प्रशासन स्तर पर ऑन स्पॉट जांच कर, झूठे लोगो के खिलाफ करें शख्त कार्रवाई- चारगांव ग्राम पंचायत

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झूठी कार्रवाई कर ग्राम पंचायत को बदनाम करने की कोशिश- सरपंच यशवंत मेश्राम

प्रतिनिधि। 30 जुलाई
गोंदिया। ग्राम पंचायत के माध्यम से पिछले साढ़े चार साल के कार्यकाल में गांव के अनेक विकास कार्य हुए हैं। गांव के नागरिकों को और अधिक सुविधायें मुहैया कराने, गांव के समग्र विकास पर जोर दिया गया। बावजूद गांव के कुछ समाजकंटक प्रशासन से शिकायत करके गांव के विकास में बाधा डालने का काम कर रहे हैं। गोंदिया तालुका के चारगांव के ग्राम पंचायत प्रशासन ने शनिवार (30 तारीख) को ग्राम पंचायत में पत्रकार परिषद आयोजित कर आरोप लगाएं है।

पत्र परिषद में ग्राम पंचायत पदाधिकारियों ने कहा, वर्ष 2021 में यहां जन सुविधा योजना के तहत हनस नागपुरे के घर से गोवर्धन नागपुरे के घर तक करीब नौ लाख रुपये की सड़क का निर्माण किया गया था। साथ ही वर्ष 2022 में लोक प्रतिनिधि विकास योजना के तहत शिव मंदिर परिसर से गोवर्धन नागपुरे के आवास तक तीन-तीन लाख रुपये के चार कार्य कराए गए। उक्त कार्य करते समय उस क्षेत्र के नागरिकों की सड़क कठिनाई को ध्यान में रखते हुए सड़क को और चौड़ा किया गया। इसके अलावा पूरे शिव मंदिर क्षेत्र को सीमेंटीकरण कर दिया गया।, उपलब्ध धनराशि के भीतर केवल आवश्यक राशि का ही काम पूरा किया गया एवं बाकी का निर्माण विधायक निधि से किया गया था।

इन सभी कार्यों का पर्यवेक्षण स्थानीय ग्राम पंचायत द्वारा एजेंसी के रूप में किया गया और बिलों को वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा विधिवत रुप से तैयार किया गया, जिसके बाद बिलों का भुगतान किया गया। बावजूद इसके और इस काम को लेकर स्थानीय नागरिकों की ओर से कोई शिकायत नहीं है, पर एक ग्राम पंचायत सदस्य ने कुछ लोगों को साथ लेकर खुद के आर्थिक लाभ हेतु प्रशासन से झूठी शिकायत की है की सभी काम एक ही है, और इसमें भ्रष्टाचार किया गया।

ग्राम पंचायत ने कहा, हमारा उद्देश्य सिर्फ ग्राम पंचायत का विकास है। हमारे प्रयास रहे है कि समग्र गाँव का विकास कैसे हो। उल-जलूल झूठी शिकायत प्रशासन को कर ग्राम पंचायत को बदनाम किया गया है। हमारी मांग है कि सच सबके सामने लाने, प्रशासन स्तर पर ऑन स्पॉट जांच होनी चाहिए एवं झूठे लोगो के खिलाफ शख्त कार्रवाई होनी चाहिए।

उन्होंने कहा, ग्राम पंचायत प्रशासन ने गांव में मृतक के परिवार को 1500 रुपये और बच्ची के जन्म पर प्रोत्साहन के तौर पर 1100 रुपये देने की घोषणा की थी. खास बात यह है कि उस समय भी उक्त मानसिकता वाले ग्राम पंचायत सदस्य संतोष शेंडे ने ऐसी जनसेवा के खिलाफ झूठी शिकायत दर्ज कराई थी और एक अच्छे कार्य में बाधा उतपन्न की थी।

उन्होंने आरोप लगाया कि ग्राम पंचायत सदस्य संतोष हीरामन शेंडे केवल अपने आर्थिक लाभ के लिए ग्राम पंचायत प्रशासन के खिलाफ बार-बार झूठी शिकायत कर रहा है और ग्राम पंचायत प्रशासन को बदनाम कर रहा है.

उन्होंने पत्र परिषद के माध्यम से मांग की है कि प्रशासन स्वयं आकर उक्त सड़क निर्माण की जांच कराकर सच्चाई का पता लगाकर झूठी शिकायत करने वाले संतोष हीरामन शेंडे के खिलाफ कार्रवाई करे.

पत्र परिषद में चारगांव के सरपंच यशवंत मेश्राम, ग्राम सेवक विनोद वैद्य, ग्रामपंचायत सदस्य फतनलाल चिखलोंढे, ममता रुपेश उके, उर्मिला चौधरी, अनिता गौतम,तंटा मुक्त समिती अध्यक्ष गोवर्धन नागपुरे, इंदल सूर्यवंशी, मनोहर पटले, मनीष मेश्राम, भाऊराव हरिनखेडे, मुन्नालाल रहांगडाले, सुनिल डोंगरे, गिरजाशंकर दमाहे रतनलाल नागपुरे, संतोष शिरसाज, भोजराज शिरसाज, शामराव शेंडे, निलम प्रसाद नागपुरे,प्रेमलाल पंधरे, हरीचंद पंधरे, अज्जु गुरदे, शुभम गजभिये आदि उपस्थित थे।

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