वाशिंगटन। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक ने अपना नाम बदल दिया है। गुरुवार को फेसबुक ने कंपनी का नाम बदलकर ‘मेटा’ करने की घोषणा कर दी है। पिछले कुछ दिनों से फेसबुक के नाम बदलने जाने की अटलकें लगाई जा रही थीं। जिसके बाद आज कंपनी के फाउंडर और सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने नए नाम का ऐलान कर दिया है।
मार्क जुकरबर्ग ने कंपनी के कनेक्ट वर्चुअल रियलीट कॉन्फ्रेंस में कहा कि हम जो कुछ भी करते हैं उसे शामिल करने के लिए एक नया कंपनी ब्रांड अपनाने का समय आ गया है। जुकरबर्ग ने कहा कि अब हम मेटावर्स होने जा रहे हैं फेसबुक नहीं।
"It is time for us to adopt a new company brand to encompass everything that we do," Facebook CEO Mark Zuckerberg said at the company's Connect virtual reality conference.
"From now on we're going to be metaverse first, not Facebook first," Zuckerberg added. pic.twitter.com/go7GyTiDlc
— ANI (@ANI) October 28, 2021
बता दें कि फेसबुक के फाउंडर मार्क जुकरबर्ग ने जुलाई में अर्निंग कॉल में कहा था कि कंपनी का भविष्य ‘मेटावर्स’ में है। फेसबुक जो लक्ष्य बना रहा है, वह एक अल्फाबेट इंक जैसी होल्डिंग कंपनी है – जो कि एक संगठन के तहत इंस्टाग्राम, व्हाट्सऐप, ओकुलस और मैसेंजर जैसे कई सोशल नेटवर्किंग ऐप में से एक है।
The metaverse is the next evolution of social connection. It's a collective project that will be created by people all over the world, and open to everyone. You’ll be able to socialize, learn, collaborate and play in ways that go beyond what’s possible today. pic.twitter.com/655yFRm8yZ
— Meta (@Meta) October 28, 2021
बताते चलें कि 18 अक्टूबर को फेसबुक ने कहा था वह अगले पांच वर्षों में यूरोपीय यूनियन में 10,000 लोगों को काम पर रखने की योजना बना रहा है ताकि को मेटावर्स बनाने में मदद मिल सके। मेटावर्स एक नई ऑनलाइन दुनिया है जहां लोग मौजूद हैं और शेयर्ड वर्चुअल स्पेस में संवाद करते हैं। फेसबुक ने वर्चुअल रियलिटी (VR) और ऑगमेंटेड रियलिटी (AR) में भारी निवेश किया है और अपने लगभग तीन अरब यूजर्स को कई डिवाइसेस और ऐप्स के माध्यम से जोड़ने का इरादा रखता है।