गोंदिया: कुरहाड़ी पीएचसी मरीजों के लिए बनी असुरक्षित, नियोजन का दिख रहा अभाव…

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प्रतिनिधि गोंदिया
गोरेगांव तहसील अंतर्गत कुरहाड़ी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र संचालित है। लेकिन यहां पर आनेवाले मरीज अपने आप को असुरक्षित भी महसूस कर रहे हैं। ३१ दिसंबर को बोरगांव निवासी एक २६ वर्षीय युवक पर परिवार कल्याण नियोजन के तहत शल्यक्रिया की गई। शल्यक्रिया करने के पश्चात उसी दिन अंबुलेंस से मरीज को घर छोड़ दिया गया। लेकिन कुछ ही देर में मरीज का अधिक मात्रा में रक्त बहना शुरु हो गया। घटना की जानकारी मिलते ही डाक्टरों ने उसे आगे के उपचार हेतु गोंदिया मेडिकल कालेज में भेज दिया। लेकिन अभी भी उस मरीज को यातनाएं झेलना पड़ रहा है। इतना ही नहीं तो १५ दिनों पूर्व सिलेगांव की एक विवाहिता पर भी परिवार कल्याण नियोजन के तहत शल्यक्रिया की गई। उसके बाद उसकी अचानक तबीयत खराब हो गई और उसकी गोंदिया के एक निजी अस्पताल में मृत्यु हो गई। मरीजों का कहना है कि लापरवाही के चलते इस तरह की शल्यक्रिया की जा रही है जो हम कुरहाड़ी पीएचसी में आकर असुरक्षित महसूस करते हैं। इतना ही नहीं तो नियोजन के अभाव में कुरहाड़ी पीएचसी में मरीजों के परिजनों को भी खुले में रहकर भोजन पकाना पढ़ रहा है।

धर्मशाला बना उपस्वास्थ्य केंद्र :

कुरहाड़ी पीएचसी में आनेवाली गर्भवती महिलाएं तथा भर्ती होनेवाले मरीजों के परिजनों के लिए शासन की ओर से निवास तथा भोजन पकाने के लिए धर्मशाला का निर्माण किया गया है। लेकिन इस धर्मशाला में मरीजों के परिजनों को ना तो भोजन पकाने दिया जा रहा है और ना ही उन्हें ठहरने दिया जा रहा है। मरीज के परिजन खुले में ही नाली के ऊपर चुल्हा लगाकर भोजन पका रहे हैं। जबकि इन दिनों ठंड जमकर पड़ रही है। इस धर्मशाला में उपस्वास्थ्य केंद्र शुरु किया गया है। जबकि धर्मशाला मरीजों के परिजनों के लिए है। जिसे देखते हुए कहा जा रहा है कि नियोजन के अभाव में ही इस तरह की बदहाल स्थिति कुरहाड़ी पीएचसी की हुई है। इसके लिए संबंधित विभाग के अधिकारी ही जिम्मेदार है।

पूरी जानकारी दी गई है…

उपरोक्त मरीज पर शल्यक्रिया की गई। शल्यक्रिया के बाद उसे रक्तस्राव मरीज के घर में ही हुआ है। जानकारी मिलते ही आगे के उपचार के लिए उसे गोंदिया मेडिकल कालेज में भर्ती किया गया है। धर्मशाला में उपस्वास्थ्य केंद्र शुरु है। लेकिन मेरे नियुक्ति के पहले इस धर्मशाला में उपस्वास्थ्य केंद्र शुरु था। उपरोक्त प्रकरण की पूरी जानकारी जिला स्वास्थ्य विभाग को दे दी गई है।
डा. कीर्तिकुमार चुलपार, वैद्यकीय अधिकारी, पीएचसी, कुरहाड़ी

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