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जावेद खान।
आगामी विधानसभा चुनाव के पूर्व हुए सत्ता के सेमीफाइनल में महायुति ने 9 सीटें जीतकर विधानपरिषद में अपना वर्चस्व कायम कर दिया है। विदर्भ से भाजपा उम्मीदवार के रूप में ओबीसी का चेहरा बनकर सामने आए डॉ. परिणय फुके ने विधान परिषद में जीत दर्ज की है।
डॉ. परिणय फुके, राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस के खास करीबों में गिने जाते है। देवेंद्र फडणवीस ने आगामी विधानसभा चुनाव के पूर्व डॉ. परिणय फुके को विधानपरिषद में भेजकर विदर्भ में भाजपा को मजबूत करने की कमान सौंप दी है। अटकलें तेज है कि अगर मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ तो, फुके को मंत्रीपद मिलना लगभग तय है।
43 साल के परिणय फुके एमबीए, पीचडी धारक उच्च शिक्षित सफल राजनीतिज्ञ है। वे शतरंज के महारत हासिल खिलाड़ी भी है। जो करने का ठान लेते है उसे पुरा करते है।
श्री फुके वर्ष 2007 में नागपुर महानगरपालिका में नगरसेवक रहे। नगरसेवक रहते उनके कार्य करने की जुनूनी शैली ने जनता को काफी प्रभावित किया। वे नागपुर भाजपा के उपाध्यक्ष भी रहे। तत्कालीन राज्य के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने फुके के कार्यो से प्रभावित होकर उन्हें वर्ष 2016 में भंडारा-गोंदिया विधान परिषद क्षेत्र से लड़ने मैदान में उतारा।
फुके को एक माह पूर्व बिना तैयारी के विधानपरिषद चुनावी मैदान में उतार दिया गया। ये उनके लिए परीक्षा से कम न था, पर इस शतरंज के खिलाड़ी ने, अपने जुनूनी कार्यक्षमता से ये सीट पर जीत हासिल की। इस जीत पर उन्हें मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने राज्यमंत्री बनाकर व भंडारा-गोंदिया का पालकमंत्री बनाकर उन्हें सफलता की बधाई दी।
डॉ. परिणय फुके, भाजपा के दिग्गज नेता व वर्तमान राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस के खास करीबियों में आंके जाते है। फुके, ओबीसी समाज का नेतृत्व करने वाला नेता के रुप में उभरे है। आगामी विधानसभा चुनाव के पूर्व फुके को एमएलसी बनाकर विदर्भ में भाजपा के तरफ से बड़ी जिम्मेदारी मिली है, अब वे अपने कार्यकुशलता, चाणक्य बुद्धि से कैसे भाजपा का परचम लहराते है ये देखना बाकी है।
कहा जा रहा है कि राज्य सरकार अपने मंत्रिमंडल का विस्तार कर सकती है। अगर मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ तो, विदर्भ से ओबीसी नेतृत्व के रूप में डॉ. परिणय फुके को मंत्री का दर्जा मिल सकता है। इतना ही नहीं उन्हें भंडारा-गोंदिया जिले का पालकमंत्री भी बनाया जा सकता है!!