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रामनगर पुलिस की तत्परता से मिले नाबालिग युवक, ट्रैन से जा रहे थे आंध्रप्रदेश..
संवाददाता। 20 अगस्त
गोंदिया। 19 अगस्त को शाम 4 बजे के दौरान शहर के न्यू लक्ष्मी नगर निवासी दो नाबालिग युवक चाइनीज़ नूडल्स खाने घर से बाहर निकले थे, परंतु रात तक घर न लौटने पर रामनगर थाना पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई।
इस रिपोर्ट की गंभीरता को देख रामनगर थाना पुलिस ने अपनी सुझबुझ, सायबर सेल की मदद तथा चंद्रपुर व बल्लारशाह पुलिस की मदद से महज ढाई घंटे में लापता नाबालिगों का सुराग लगाकर उन्हें सकुशल लाने में कामयाबी हासिल की।
घटना के संदर्भ में बताया गया कि, लापता दो नाबालिग लड़के 19 अगस्त की शाम 4 बजे घर से चाइनीज़ नूडल्स खाने निकले थे। जब देर शाम तक घर नही लौटे तो उनकी तलाश शुरू की गई। रात्रि 11 बजे तक कोई सुराग न लगने पर इसकी शिकायत गोंदिया शहर के रामनगर थाना पुलिस को की गई।
घटना की गंभीरता को देखते हुए रामनगर थाना पुलिस निरीक्षक संदेश केंजले के आदेश पर मामला दर्ज कर अविलंब बच्चों की तलाश के लिए सहायक पुलिस निरीक्षक कुरसुंगे को इसकी जवाबदारी दी गई। पुलिस टीम ने आनन फानन में रेलवे स्टेशन में तलाशी की। तलाशी के दौरान दोनों नाबालिग की साइकिल दिखाई दी। उससे यह समझ आया कि उक्त बच्चे ट्रेन से गये है।
इसके बाद पुलिस ने उनकी लोकेशन ट्रेस की। लोकेशन से पता चला कि उक्त बच्चे सेवाग्राम में हैं। पुलिस ने सेवाग्राम में फोन कर उनकी फोटो भेजी और उन्हें वहां ढूंढने को कहा, लेकिन वे वहां नहीं मिले.
पुलिस को यह पता नहीं था कि यह कौन सी ट्रेन में, साइबर सेल द्वारा सभी ट्रेनों की टाइमिंग और लोकेशन की जानकारी मांगी गई. सायबर सेल के दीक्षित दमाहे को पता चला कि उक्त लड़के रात में चल रही सिकंदराबाद ट्रैन से यात्रा कर रहे है।
ट्रैन कुछ देर में चंद्रपुर पहुँचने वाली थी। ये खबर मिलते ही एपीआई कुरसुंगे ने चंद्रपुर सिटी के रामनगर पुलिस से संपर्क किया और सिकंदराबाद ट्रेन की जांच करने के लिए कहा।वहां मौजूद सपोनी कोकोडे/कर्मचारी ने उक्त ट्रेन की जांच की, लेकिन चूंकि उक्त ट्रेन केवल दो मिनट के लिए रुक रही थी, इसलिए पर्याप्त समय नहीं था और ट्रेन रवाना हो गई।
उस समय तुरंत बल्लारशाह पुलिस स्टेशन से संपर्क किया। उन्हें फ़ोटो भेजी और उक्त लड़को की तलाश करने की जानकारी दी। ड्यूटी पर तैनात महिला सपोनी राजुरकर मैडम ने स्टाफ के साथ बल्लारशाह रेलवे स्टेशन में ट्रेन की जांच की और दोनों नाबालिग को सकुशल नीचे उतारा।
बच्चों से पूछने पर उन्होंने कहा कि वे आंध्र प्रदेश जा रहे थे. उक्त दोनों बच्चों को हिरासत में लेकर पुलिस स्टेशन बल्लारशाह लाया गया और बाल सुधार गृह में दाखिल कराया गया।
रामनगर पुलिस स्टेशन के सहायक पुलिस निरीक्षक-प्रमोद कुरसुंगे की तत्परता और साइबर सेल के दीक्षित दमाहे द्वारा प्रदान किए गए स्थान और बल्लारशा पुलिस स्टेशन की मैडम सपोनी राजुरकर के सहयोग के कारण, उक्त बच्चों को समय पर मिलवाया गया, जिसके लिए नाबालिग बच्चों के माता-पिता ने बच्चों के मिलने पर, पुलिस टीम की आनन फानन की कार्रवाई पर उनका आभिनंदन कर धन्यवाद माना।