जब नगरपालिका ही बन जाएं जान की दुश्मन, दो दिन में कचरा फेकना बंद न किया तो, कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे

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डम्पिंग कचरे के जहरीले धुएं से त्रस्त गणेशनगर के नागरिक एक्शन मोड पर, कलेक्टर, सीओ और नगराध्यक्ष के घर के बाहर फेकेंगे कचरा..

प्रतिनिधि। 11 नवंबर
गोंदिया। शहर के रिहायशी इलाके गणेश नगर में अनाधिकृत रुप से नगर पालिका द्वारा किये जा रहे कूड़ा-कचरे के डम्पिंग व उस कचरे को आग लगाने से पूरा परिसर जहरीले धुंए से त्रस्त है। इस धुंए के प्रदूषण से पिछले अनेक दिनों से आवाज उठाई जा रही थी एवं जनप्रीतिनिधियों का ध्यानकेन्द्रित कर कचरा डंप करने की प्रक्रिया बाहरी क्षेत्र में करने की मांग उठ रही थी। परन्तु नागरिको द्वारा बार-बार आवाज उठाने व जान की दुहाई देने के बावजूद नगर पालिका व जनप्रतिनिधियों की कोई प्रतिउत्तर न आने पर आखिरकार नागरिकों को बाहर आना पड़ा।
आज गणेशनगर, सेलटैक्स कॉलोनी के लोगों ने इकट्ठा होकर नगर पालिका पर धावा बोला। लोगों का कहना था, हमने ये दिन देखने के लिए नगर परिषद में जनप्रतिनिधि नहीं चुने थे। नगराध्यक्ष सहित जिम्मेदार जनप्रतिनिधि सब सोएं हुए है। गणेश नगर, मोक्षधाम परिसर धुंए से त्रस्त है पर आवाज सुनने वाला कोई नही है। अगर नगर परिषद ने पूरे शहर का कूड़ा कचरा दो दिन में यहां फेंकना बंद नही किया तो हमें शख्त कदम उठाते हुए यही कचरा नगर परिषद के नगराध्यक्ष, नगर परिषद के मुख्याधिकारी और कलेक्टर के घर के सामने फेंकना पड़ेगा। उन्होंने कहा, अगर रवैये में सुधार न आया तो हमें न्यायालय का दरवाजा खटखटाना पड़ेगा।
विशेष है कि गणेशनगर स्थित मोक्षधाम परिसर में नगर परिषद की 3 एकड़ जमीन है, वही समीप में किसी अन्य की 5 एकड़ जमीन। इस जमीन पर वर्षो से कूड़े कचरे को यहां डंप किया जा रहा है। कचरे की डम्पिंग हेतु अनेक बार आवाज उठी की इसे बाहरी क्षेत्र में डंप किया जाये, पर नगर परिषद डम्पिंग यार्ड होने का हवाला देकर भी कचरा यही फेक रही है। नागरिको का कहना है कि इस कचरे को किसी असामाजिक लोगो के द्वारा आग लगाने से धुवा उठने की प्रक्रिया अनेक दिनों से जारी है, जिससे नागरिकों के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है।

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