गोंदिया: पूर्व विधायक गोपालदास अग्रवाल के प्रयासों से नागरा पर्यटन क्षेत्र के के लिए 15 करोड़ रु. के विकास कार्यो का शुभारंभ..

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प्रशासकीय भवन, रेस्ट हाऊस, ओपन एयर ऑटीटोरियम (एम.पी.थिएटर), चिल्डून पार्क, जॉगिंग ट्रेक, सुलभ शौचालय, व्यापार संकुल, वाहन पार्किंग प्लॉझा एवम् अन्य पर्यटन सुविधाओं का होगा निर्माण…

प्रतिनिधि।
गोंदिया: पुर्व विधायक गोपालदास अग्रवाल के प्रयत्नों से गोंदिया के सुप्रसिद्ध नागरा धार्मीक पर्यटन स्थल पर महाराष्ट्र राज्य पर्यटन वीकास महामंडल द्वारा १५ करोड़ रु. लागत से मंजूर पर्यटन विकास कार्यकम के अंतर्गत अंततः तालाब सौंदर्यीकरण तथा अन्य निर्माण कार्यों की शुरुआत हुई है। जिस पर पूर्व विधायक गोपालदास अग्रवाल ने संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि, नागरा पूरे क्षेत्र के श्रद्धालुओं की आस्था का केन्द्र है और इसे वीकसित करने के हमारे प्रयत्न फलित हो रहे है, जो हर्ष की बात है।

उत्लेखनीय है कि पूर्व विधायक गोपालदास अग्रवाल के प्रयत्नों से नागरा पर्यटन क्षेत्र में १५ करोड़ रु. लागत के विकास कार्यक्रम को तत्कालीन पर्यटन मंत्री जयकुमार रावल ने मंजूरी दी थी तथा योजना के अंतर्गत, महाराष्ट्र राज्य पर्यटन वीकास महामंडल, सा.ब्रा. विभाग एवम् खाजगी आक्रिटेक द्वारा विस्तृत प्रस्ताव तैयार कर नागरा पर्यटन क्षेत्र में प्रशासकीय भवन, आरामगृह, ओपन एयर ऑटीटोरियम (एम.पी थिएटर), चिल्डून पार्क, जॉगिंग ट्रेक, सुलभ शौचालय, व्यापार संकुल, वाहन पार्किंग प्लॉझा एवम् अन्य पर्यटन सुविधाओं सहीत प्रस्ताव मंजूरी हेतु शासन को भेजा गया था, जिसे अंततः शासन ने गतवर्ष मंजूरी दी थी तथा गत विधानसभा चुनाव के पूर्व निविदा प्रक्रिया भी पूरी कर ली थी। निर्माण हेतु तत्कालीन
विधायक गोपालतास अग्रवाल के कार्यकाल में ही २० एकड़ जमीन भुमि अधिग्रहण के माध्यम से उपलब्ध कराई गई थी।

तत्कालीन विधायक गोपालदास अग्रवाल ने हमेशा से शिवमंदीर के महत्व कोे समझा और नागरा धार्मिक पर्यटन क्षेत्र के विकास हेतु सदैव समर्पिंत रहे। शासन से नागरा के लिए अधिक निधी उपलब्ध हो इस दुष्टि से उन्होने राज्य शासन के ग्रामविकास व जलसंधारण विभाग ने शासन निर्णय क्रं. तीर्थ बि-२०१७/प्र.क्र.१९५/यो-६ दि. २३ जनवरी २०१८ को गोंदिया विधानसभा क्षेत्र तथा जिले के प्रमुख धार्मिक आस्था के केन्द्र “नागरा शिवमंदिर तीर्थ क्षेत्र” को “ब वर्ग” तीर्थक्षेत्र का दर्जा दिलाया, जिससे नागरा तीर्थक्षेत्र के विकास को नई गति मिली, २०१९ में राज्य सरकार ने नागरा तिर्थ क्षेत्र के विकास हेतु २ करोड़ रु. की निधी उपलब्ध कराई, जिससे मंदीर परिसर में भव्य भक्त निवास तथा संपूर्ण मैदान की प्लोरिंग, मंदीर के समक्ष ६००० स्के.फुट भव्य शेड, भैरो मंदीर परिसर में फ्लोरिंग, बालाघाट रोड से शिव मंदीर तक सिमेंट रस्ता एवम् स्ट्रीट लाईट एवम् भव्य स्वागत द्वार आदी का निर्माण कार्य पूर्ण हुआ है। वहीं यहां के भव्य तालाब के सौदर्योकरण, विद्युतीकरण एवं तालाब की पाल पर भव्य पेयबिंग बॉल्क पथ का निर्माण पूर्व विधायक गोपालदास अग्रवाल के प्रयत्नों से महाराष्ट्र राज्य पर्यंटन विकास महामंडल द्वारा कुछ वर्ष पूर्व किया जा चुका है।

गौरतलब है की पूर्व विधायक गोपालदास अग्रवाल गोंदिया-बालाघाट मार्ग से सीधे नागरा शिव मंदिर तक बायपास रोड निर्माण हेतु प्रयत्नशील है तथा लगनेवाली जमीन के अधिग्रहण के लिए १ करोड़ रु. की निधी सा.बा, विभाग को उन्होने उपलब्ध कराई है। गोंदिया विधानसभा क्षेत्र का नागरा शिवमंदिर तीर्थक्षेत्र का इतिहास ८०० वर्षों से भी अधिक प्राचीन है और परिसर के भैरव मंदिर के समीप भारतीय पुरातत्व विभाग द्वारा खुदाई में सदीयो पुराने मानव निर्मित अवशेष भी प्राप्त हुए है। नागरा को धार्मिक पर्यटन के क्षेत्र के रुप में वीकसित करने के लिए पूर्व विधायक गोपालदास अग्रवाल ने विगत वर्षों में अथक प्रयत्न किए है।

पर्यटन महामंडल द्वारा नागरा में वीकास कार्यो के शुभारंभ पर पूर्व जि.प. सदस्य रमेश लिल्हारे एवम् पूर्व पं.स. उपसभापती चमन बिसेन, राजेश नागरिकर, सोमन लिल्हारे ने कहा कि नागरा कोे विकसित करने के लिए अनेकों जनप्रतिनिधीयों ने बड़ी-बड़ी विकास योजनाएँ दिखाई लेकित उनका विकास केंवल रेलवे स्टेशन को नागराधाम घोषित करने तक ही सिमित रहा। तत्त्कालीन विधायक गोपालदास अग्रवाल के प्रयत्नों से नागरा के तालाब का भव्य सौंदर्यीकरण कार्य संपन्न हूुआ। आज इस मनोरम स्थल पर अनेकों नागरिक प्रतिदिन पर्यटन हेतु आते है। वीकास क्ायों की केवल योजनाएँ घोषित करने से वीकास नही होता। पूर्व विधायक गोपालदास अग्रवाल की तरह विकास कार्यों को प्रत्यक्ष करके दिखाना भी आवश्यक है। विकास कार्यों को पुन: गति मिलने पर स्थानीय नागरिकों ने पूर्व विधायक गोपालदास अग्रवाल का अभार व्यक्त किया है।

उल्लेखनीय है कि पूर्व विधायक गोपालजास अग्रवाल के प्रयत्नों से गोंदिया के सुर्याटोला तालाब का भी सौंदर्यीकरण तथा पाल पर पेवींग ब्लॉक लगाकर पाथवे एवम् स्ट्रीट लाईट का निर्माण किया गया, जिससे सुर्याटोला तालाब परिसर में भी अब प्रतिदिन सैंकड़ो नागरिक पर्यटन एवम् वाकींग हेतु पहुँचते है।

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