नगर योग उत्सव समिति, गोंदिया ने दी जानकारी…
प्रतिनिधि। 18 जून
गोंदिया: नगर योग उत्सव समिती गोंदिया जिसमें आरोग्य भारती, अखिल भारतीय गायत्री परिवार, आर्ट ऑफ लिवींग, ब्रम्हकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय, पतंजली योग समिती, रामकृष्ण सत्संग मंडल, श्री रामचंद्र मिशन हार्टफुलनेस इन्स्टिटयूट, योग मित्र मंडल, नेहरू युवा केंद्र, गोजूरूयू गोकोई कराटे डो स्पोटर्स अशोसिएशन, गेम्स स्पोटर्स एन्ड कॅरीयर डेवलपमेंट फाऊंडेशन यह संस्थाओ के सहयोग से प्रतिवर्ष 21 जुन को अंतरराष्ट्रीय योग दिन मनाया जाता है. पिछले वर्ष कोविड की महामारी की वजह से नागरीको के स्वास्थ्य को ध्यान मे रखकर अंतरराष्ट्रीय योग दिन मध्यवर्ती कार्यक्रम रदद कर दिया गया तथा नागरीको ने अपने घर मे ही रहकर योग दिन मनाया.
इस वर्ष भी कोविड की महामारी की वजह से नागरीको के स्वास्थ्य को ध्यान रखते हुये अंतरराष्ट्रीय योग दिन आयोजन करने बाबत 13 जुन को बैठक हुई. कोविड महामारी की आपदा को देखते हुये इस वर्ष भी सार्वजनिक रूप से अंतरराष्ट्रीय योग दिन मध्यवर्ती कार्यक्रम व्यापक पैमाने पर ना लेकर एक हॉल में श्री विकास देशपांडे इनके मार्गदर्शन मे यह कार्यक्रम लिया जायेंगा, जिसमे स्टेज पर सिर्फ दो योग प्रशिक्षक होंगे एंव योगाभ्यास मे सिर्फ पाच लोग सम्मिलीत होंगे.
कार्यक्रम का फेसबुक पेज पर सीधा प्रसारण (Facebook Live) किया जायेंगा. 21 जुन को सुबह 6.30 बजे नागरीको ने अपने ही घर मे रहकर योगाभ्यास करे ऐसा आवाहन नगर योग उत्सव समिती द्वारा किया गया है कोरोना काल मे योग करने से शरीर को होने वाले फायदे और नागरिकों की स्वास्थ्य सुरक्षा को मध्यनजर रखते हुए फेसबुक लाइव द्वारा अपने ही घरों में विश्व योग दिन मनाए इस बाबत जनजागृती अभियान समिति द्वारा चलाया जा रहा है.
इस बैठक मे नगर योग उत्सव समिती अध्यक्ष श्री विष्णु अग्रवाल (आर्ट ऑफ लिवींग), सचिव डॉ.प्रशांत कटरे (आरोग्य भारती), श्री विनोद हरीणखेडे, श्री श्याम चंदनकर, श्री जोंगेद्र देशमुख, श्रीमती श्रृती डोंगरे, श्री पुष्कर बारापात्रे, श्री धरमलाल धुवारे, श्री त्रिलोचन बग्गा, श्री विपीनकुमार बैस, श्री सुशिल अग्रवाल (योग मित्र मंडल), श्री गोंविंद येडे, श्री अनिल भागचंदानी, श्री राजकुमार गुप्ता, श्री जय चौरसिया, डॉ.संजय आसुटकर, श्री मनोज अग्रवाल, श्री सुधांशु गायधने, श्री अभय नशिने, श्री नितेश गुरडे, श्री आयुष एंव श्री प्रशांत बोरकर (आरोग्य भारती) उपस्थित थे.