गोंदिया: 18 साल की उम्र में कामठा के कुशाग्र श्रीवास्तव बनें जिले से पहले सेना में लेफ्टिनेंट

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IPS-IAS अधिकारी के स्तर की होती है सेना में लेफ्टिनेंट पोस्ट, कोविड के दौरान प्रशिक्षण संस्थानें बंद होने के बावजूद पिता व चाचा की मदद से घर पर की तैयारी…

हक़ीकत टाइम्स।
गोंदिया। हर माँ-बाप का सपना होता है कि, उनका बेटा या बेटी उच्च शिक्षा प्राप्त कर बेहतर कामयाबी हासिल करें, देश सेवा में भागीदारी निभाये। अपने बच्चों की शिक्षा व उसके कैरियर को लेकर वे हर स्तर पर उसके साथ खड़े होते है। जिले में अनेकों युवा, युवतियां है जिन्होंने अनेक स्तर पर कामयाबी हासिल कर अपने सपनो को साकार किया है। इनमें एक युवक वो भी है जिसने 18 साल की उम्र में अपने सपनो को साकार कर आज गोंदिया जिले का नाम रोशन किया है।

आजकल हर कोई JEE, NEET या अन्य फील्ड में उतरकर मेडिकल और इंजीनियरिंग में अपना कैरियर बना रहा है। पर कुशाग्र श्रीवास्तव ने देश सेवा में दिलचस्पी रखकर सैन्य अधिकारी बनने का गौरव प्राप्त किया।

गोंदिया जिले के गोंदिया तहसील के कामठा निवासी कुशाग्र श्रीवास्तव ने 12वी कक्षा में 93 प्रतिशत गुण लाकर केंद्रीय लोकसेवा आयोग (UPSC) द्वारा प्रतिवर्ष होने वाली एनडीए परीक्षा की तैयारी की। और उसमें कड़ी तैयारी कर आज वो लेफ्टिनेंट पद से गौरान्वित हुआ।

कुशाग्र के चाचा सुरेश श्रीवास्तव जो पेशे से शिक्षक है बताते है कि, कुशाग्र पढ़ाई में होनहार रहा है। उसने 12वीं में अच्छे गुण प्राप्त करने पर आर्मी में अपने पिता किशोर श्रीवास्तव की तरह जाने की इच्छा जतायी। कुशाग्र के पिता किशोर श्रीवास्तव मिल्ट्री में रहे, जो जूनियर कमीशंड ऑफिसर (जेसीओ) बनकर सेवानिवृत्त हुए। हमनें कुशाग्र का मार्गदर्शन कर उसे केंद्रीय लोकसेवा आयोग (यूपीएससी) द्वारा प्रत्येक वर्ष होने वाली नेशनल डिफेंस एकेडमी की परीक्षा के बारे में बताया। जो कि भारतीय सेना में आईपीएस, आईएएस रैंक की तरह सेना में लेफ्टिनेंट बनने की तैयारी होती है।

कुशाग्र श्रीवास्तव ने जिस समय तैयारी शुरू की, वो समय कोविड संकट का दौर था। सभी प्रशिक्षण संस्थाए बंद थी। कुशाग्र ने हिम्मत जुटाकर इसकी तैयारी घर से शुरू की। कुशाग्र ने NDA की परीक्षा में प्रावीण्य सूची में उत्तीर्ण होकर बैंगलोर में एसएसबी 10 दिवसीय हाई प्रोफाइल इंटरव्यू को पास कर लिया। सेना में इस परीक्षा के माध्यम से आने के पूर्व उस उम्मीदवार को इस इंटरव्यू में कड़क मेडिकल दिशा निर्देश से गुजरना पड़ता है। कुशाग्र, बेंगलुरु के इस 10 दिवसीय हाई प्रोफाइल इंटरव्यू में सफल होकर कमीशंड ऑफिसर लेफ्टिनेंट ( IAS, IPS अधिकारी समकक्ष ) बनने का गौरव प्राप्त किया है।

कुशाग्र के चाचा सुरेश श्रीवास्तव बताते है कि हम कुशाग्र की इस सफलता पर बहोत खुश है। एक मध्यम परिवार से ताल्लूक रखने वाला युवा आज भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बन गया। उन्होंने कहा अब वो कुछ दिनों में सेना के माध्यम से 3-4 साल की ट्रेनिंग में जाने हेतु रवाना होंगा। उन्होंने बताया कि कुशाग्र की इस सफलता पर भारतीय सेना के लेफ्टिनेंट जनरल द्वारा बधाई दी गई।

गोंदिया जिले में पहला युवा है कुशाग्र श्रीवास्तव जिसने भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बनने का गौरव प्राप्त किया। ये गोंदिया जिले के लिए अभिनंदनीय है। जिले के अन्य युवाओ ने कुशाग्र की तरह इस फील्ड में भी तैयारी कर आगे बढ़ना चाहिए।

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