गोंदिया। (21 मई)
गोंदिया जिले के अंतिम छोर पर अतिसंवेदनशील नक्सल प्रभावित क्षेत्र मुरकुटडोह में 20 मई को पालकमंत्री सुधीर मुंनगटीवार के हस्ते हुए पुलिस बेस कैंप (AOP) इमारत के लोकार्पण समारोह के दौरान पुलिस अधीक्षक गोंदिया निखिल पिंगले पत्रकारों से रूबरू हुए।
इस बातचीत के दौरान पुलिस अधीक्षक निखिल पिंगले के साथ अपर पुलिस अधीक्षक अशोक बनकर, एसडीपीओ विजय भिसे की मौजूदगी रही।
इस दौरान उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि, गोंदिया जिले की सालेकसा तहसील में मुरकुटडोह क्र. 1, 2, 3 और दण्डारी नक्सली गतिविधियों के चलते अतिसंवेदनशील क्षेत्र है। ये सभी गाँव दर्रेकसा ग्राम पंचायत अंतर्गत आते है। इनमें मुरकुट से मात्र 4-5 किमी के अंतर में छत्तीसगढ़ राज्य की सीमा है। इनमें छत्तीसगढ़ राज्य के राजनांदगांव जिले का कट्टेमा गाँव की 1 किलोमीटर की सीमा मुरकुटडोह से लगी हुई है जबकि मध्यप्रदेश के बालाघाट जिले का कट्टेपार गाँव सिर्फ साढ़े तीन किमी के अंतर पर जिले की सीमा से सटा हुआ।
पुलिस अधीक्षक श्री पिंगले ने कहा, ये पहाड़ी व जंगल क्षेत्र नक्सलियों के गतिविधियों का क्षेत्र है। इस क्षेत्र में अनेक नक्सली वारदात पहले सामने आ चुकी है। वर्तमान में नक्सली वारदातों में कमी आयी है। परंतु इन नक्सली वारदातों, गतिविधियों की रोकथाम हेतु मुरकुटडोह में बेस कैंप की स्थापना जरूरी थी। इसके लिए वर्ष 2018 से कार्य जारी था, जो आज साकार हुआ है।
पुलिस अधीक्षक पिंगळे ने कहा, तीनों राज्य की पुलिस नक्सली गतिविधियों की रोकथाम हेतु संयुक्त अभियान के तहत कार्य कर रही है। छत्तीसगढ़ राज्य के अतिसंवेदनशील क्षेत्र कट्टेमा, मध्यप्रदेश के बालाघाट जिले के कट्टेपार व मुरकुटडोह को मिलाकर KKM टीम के तहत कार्य किया जा रहा है। कट्टेमा में भी पुलिस द्वारा AOP बनाने का कार्य जारी है।