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जिला प्रशासन के माध्यम से राज्य सरकार का समारोह, शादी-ब्याह आदि में संख्या बढ़ाने के साथ अनेक मुद्दों पर किया ध्यानकेन्द्रित
हकीकत न्यूज।
गोंदिया। जिले के डेकोरेशन, कैटरर्स, लॉन, डीजे, घोड़ा बग्गी, लाइटिंग, फ्लावर्स, वीडियो आदि छोटे कारोबारी कोरोना के चलते पिछले 8 माह से धंदे ठप्प हो जाने से आर्थिक तंगी से गुजर रहे है। इन व्यापार के चौपट हो जाने से मात्र गोंदिया शहर में इसपर निर्भर 50 हजार लोगों पर भूखे मरने की नौबत आन पड़ी है। उक्त जानकारी गोंदिया विवाह संघर्ष समिति द्वारा दी गई।
28 अक्टूबर को गोंदिया शहर के ग्रीन लेंड लॉन में इस समिति के माध्यम से सभी छोटे व्यापारियों ने पत्रकार परिषद का आयोजन कर अपनी व्यथा सुनाई तथा समाचार पत्रों के माध्यम से सरकार का ध्यानकेन्द्रित किया।
समिति के लोगो ने कहा, कोविड-19 के चलते राज्य व केंद्र सरकार ने तालाबन्दी कर इस व्यापार पर बडी चोट दी। पिछले 8 माह से व्यापार चौपट हो जाने हजारों लोगों पर भूखे मरने की नौबत आ गई है। उन्होंने कहा जब बाजार शुरू हो गया, सब पहले जैसा सामान्य हो रहा है, तब भी सरकार सामाजिक समारोह, शादी-ब्याह आदि में 50 लोगो से ज्यादा की अनुमति प्रदान नही कर रही है जिससे सारा धन्दा ठप्प हो गया है।
उन्होंने कहा मध्यप्रदेश में लॉन की क्षमता पर 50 प्रतिशत समारोह में उपस्थिति की अनुमति प्रदान की गई है, वही महाराष्ट्र में भी कुछ जगहों पर 200 लोगो की अनुमति मिलने की जानकारी है।
विवाह संघर्ष समिति ने कहा, इस व्यापार पर पूरे भारत की आबादी में 15 प्रतिशत लोगो की उवजीविका चलती है। अकेले गोंदिया शहर में 50 हजार लोग इस पर निर्भर है। पूरे राज्य में लाखों लोग बेरोजगार होकर भूखे और आर्थिक संकट से गुजर रहे है, पर सरकार को तरस नही आ रहा।
उन्होंने कहा, अगर हमारा समाधान नही किया गया तो, हम 2 नवंबर 20 को राज्य स्तर पर जिलाधिकारी कार्यालय के सामने अपने सारे सामानों के साथ धरना आंदोलन करेंगे। फिर भी सरकार ने नहीं सुनी तो, हम आगे से कोई भी बुकिंग नही लेंगे।
पत्र परिषद में शरद हरड़े, दुर्गाप्रसाद ठाकरे, पीएस चौरसिया, वंसत मुरकुटे, सतीश चौरसिया, शकील भाई, ईश्वर सहारे, प्रवीण पुराण, संजय टेंभरे, तुषार चौहान आदि सहित अनेक छोटे व्यापारी उपस्थित थे।