गोंदिया: पुलिस पार्टी और नक्सलियों के बीच मुठभेड़, 20-25 मिनट चली फायरिंग..

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महाराष्ट्र-छत्तीसगढ़ सीमा पर सालेकसा अंतर्गत लालघाटी से टाकेझरी वन क्षेत्र में हुई घटना..

प्रतिनिधि। (8अप्रैल)
गोंदिया। भारत सरकार द्वारा प्रतिबंधित माओवादी-नक्सली संगठन हर साल जनवरी से जून तक टीसीओसी की अवधि का पालन कर इस अवधि के दौरान प्रशासन के खिलाफ विद्रोह का आह्वान करता है और विध्वंसक कार्य करता है, विभिन्न घातक घटनाओं, विनाशकारी कृत्यों और लोगों के बीच आतंक फैलाने और अपना प्रभुत्व दिखाने का प्रयास करता है। और इस तरह की आतंकी गतिविधियों ने देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए बहुत बड़ा खतरा पैदा कर दिया है।
नक्सलियों के इन मंसूबों को खत्म कर इसकी रोकथाम हेतु पुलिस अधीक्षक गोंदिया निखिल पिंगले, अपर पुलिस अधीक्षक अशोक बनकर,  एसडीपीओ आमगांव विजय भिसे के मार्गदर्शन में नक्सल प्रभावित महाराष्ट्र-मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ सीमा पर नक्सलियों की आतंकी गतिविधियों को रोकने के लिए गोंदिया जिला पुलिस टीम, मध्य प्रदेश पुलिस एव छत्तीसगढ़ पुलिस के साथ मिलकर नक्सल विरोधी अभियान चला रही है.
इस अभियान के तहत दिनांक 07 अप्रैल 2023 को एसपी गोंदिया को गोपनीय सूचना मिली थी कि भारत सरकार द्वारा प्रतिबंधित नक्सली संगठन के नक्सली सशस्त्र बल गोंदिया महाराष्ट्र छत्तीसगढ़ राज्य के सीमावर्ती क्षेत्र पोस्टे सालेकसा के बेवारटोला बांध वन क्षेत्र में घूम रहे हैं। तदनुसार, नक्सलियों द्वारा अनुचित और हिंसक कार्यों को रोकने और क्षेत्र में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिला पुलिस टीम, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ पुलिस टीम को सीमावर्ती क्षेत्रों में नक्सल विरोधी अभियान चलाने के आदेश दिए गए थे।
दिनांक 07 अप्रैल 2023 को गोंदिया जिला विशेष नक्सल अभियान के अधिकारी, छत्तीसगढ़ राज्य के पुलिस अधिकारी एवं मध्य प्रदेश के हॉक्स फोर्स के पुलिस अधिकारी मुरकुटडोह क्रमांक 2 ग्राम-टाकेजरी लालघाटी जंगल के आसपास के क्षेत्र में गश्त कर रहे थे. 4.30 बजे से 4.45 बजे के दौरान सादी वर्दी में दो व्यक्ति कंधे पर कुल्हाड़ी लेकर जाते हुए दिखाई दिए। उनके पीछे कुछ दूरी रखते हुए गहरे काले हरे रंग की वर्दी पहने 3 महिलाएं व 2 पुरुष हाथों में हथियार लिए पुलिस टीम की ओर आते दिखे।
सादी वर्दी में रेकी कर रहे नक्सलियों को जब यह अहसास हुआ कि ये पुलिस पार्टी है जो पोजिशन में है तब उसका पीछा कर रहे हथियारबंद नक्सलियों ने पुलिस टीम पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी. जैसे ही पुलिस टीम को इसका अहसास हुआ, पुलिस टीम ने भी पोजिशन लेते हुए जवाबी फायरिंग शुरू कर नक्सलियों को सरेंडर करने की चुनौती दी, नक्सलियों ने फिर से पुलिस टीम के अधिकारियों पर अंधाधुंध फायरिंग जारी रखी. दस्ते के पायलट दल और फायरिंग पार्टी के अधिकारियों ने आत्मरक्षा के लिए सुरक्षित कवर लिया और नक्सलियों द्वारा की गई गोलीबारी के जवाब में नक्सलीयों की ओर फायरिंग शुरू कर दी।
ये फायरिंग करीब 20 से 25 मिनट तक होती रही। पुलिस टीम के बढ़ते दबाव को देखकर नक्सली जोर से चिल्लाए और घने जंगल का फायदा उठाकर छत्तीसगढ़ राज्य के आसपास के इलाकों की ओर भाग गए.
फायरिंग के बाद पुलिस टीम ने जंगल के आसपास के इलाके का बारीकी से मुआयना किया और भागते समय नक्सलियों द्वारा छोड़े गए साहित्य को बरामद किया. इनमें पुलिस पार्टी को वारदात स्थल से एक स्टील क्लिप के साथ एक काली वर्दी टोपी, सफेद चेकर के साथ एक नीले रंग का रुमाल, काले रंग की पुरानी पैरागान कंपनी की एक जोड़ी साहित्य बरामद हुआ।
पुलिस टीम द्वारा नक्सलियों पर आत्मरक्षा में फायरिंग में बड़ी संख्या में राउंड फायरिंग की गई है और नक्सलियों की तलाश के लिए सर्च ऑपरेशन जारी है. पुलिस टीम के सभी अधिकारी और प्रवर्तक सुरक्षित हैं।
पुलिस टीम द्वारा की गई फायरिंग में एक-दो नक्सलियों के घायल होने की प्रबल संभावना है और इस बात की भी प्रबल संभावना है कि घायल नक्सली महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती क्षेत्रों के गांवों या अस्पतालों में इलाज करा सकते है। पुलिस ने जनता से आह्वान किया है कि यदि इस संबंध में कोई सूचना प्राप्त होती है तो वह पुलिस से संपर्क करें।सूचना कंट्रोल रूम गोंदिया 07182 – 236100, व्हाट्सएप नंबर 91300 30548 पर संपर्क कर दी जाए।
उक्त मामले में आज 08 अप्रैल 2023 को  पुलिस थाना सालेकसा में विशेष पुलिस टीम के पूउपनि पठाडे द्वारा भारत सरकार द्वारा प्रतिबंधित सशस्त्र नक्सल दलम के अज्ञात नक्सलियों के विरुद्ध भादवि की धारा 307, 353, 141, 143, 144, 147, 149, 120बी, 114 भादवि, उपधारा 3/27 भारतीय शस्त्र अधिनियम 1951 उपखंड 10, 16बी, 18, 20, 23 गैरकानूनी संचलन की रोकथाम अधिनियम 1967 में तहत शिकायत दर्ज की गई। इस मामले की आगे की जांच प्रक्रिया एसडीओपी विजय भिसे के नेतृत्व में जारी है।

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