गोंदिया-गोरेगांव के बीच साढ़े चौदह किमी में लगे 4 हजार निम के पेड़
हकीक़त न्यूज़।
गोंदिया। हाइवे अथॉरिटी अंतर्गत नेशनल हाइवे क्र 753 में कोहमारा से गोंदिया के बीच सड़क मार्ग पर जनाटोला/गोरेगांव से गोंदिया के फुलचुर नाके तक सड़क निर्माण का कार्य कर रही डीपी जगताप कंपनी द्वारा सड़क निर्माण के साथ ही सड़क के दोनों ओर प्रदुषण कम करने तथा शुद्ध पर्यावरण हेतु 4 हजार पेड़ो का पौधरोपण किया गया है।
इस पौधारोपण के मामले में निर्माणाधीन सड़क कार्य के प्रोजेक्ट मैनेजर पराग केसलकर ने बताया कि सड़क निर्माण का कार्य वर्तमान में निर्माणाधीन है। गोरेगांव के समीप जनाटोला से गोंदिया के फुलचुर नाके तक करीब साढ़े चौदह किलोमीटर में सड़क के दोनों ओर निम के पेड़ लगाने का कार्य पिछले 22 अगस्त 20 से प्रारंभ किया गया था। जो 6 अक्टूबर 20 को पूर्ण किया गया।
उन्होंने कहा, सड़क की पिकुसी की समाप्ति से 7 मीटर की दूरी पर निम ले पेड़ लगाए गए है। प्रत्येक पेड़ की दूरी एक-दूसरे से 7 मीटर के अंतर पर है। वन जमीन में पेड़ो को दोगुना लगाया गया है। 4 हजार के लक्ष्य में कुल 3 हजार 981 पेड़ लगाने का कार्य पूर्ण किया जा चुका है।
सुपर वाइजर कैलाश बिसेन के अनुसार जहां लोगो को इस पौधरोपण के श्रम कार्य से रोजगार मिला, वही निम के पेड़ लगाने से पर्यावरण को शुद्धिकरण प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा नीम का पेड़ पीपल की तरह सबसे अधिक ऑक्सीजन निर्माण करने वाला वृक्ष है। ये एक दिन में करीब 20 घंटे ऑक्सीजन बनाता है। इस पेड़ की खासियत है कि ये बहुपयोगी है। नीम वनस्पति जगत में नकारात्मक ऊर्जा को भगाकर सकारात्मक ऊर्जा भरने में कारगर है। नीम को वायरस रोधी, क्षय रोग नाशक, बैक्टीरिया नाशक आदि अनेको बीमारियों का नाशक होकर कल्पवृक्ष के नाम से भी जाना जाता है। पर्यावरण के शुद्धिकरण हेतु इसे खासकर सड़क किनारे लगाया गया है।