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आरोप-बिना नोटिस के नेशनल हाईवे अथॉरिटी, जिप ने उसकी जमीन संपादित कर किया भूमिहीन, 3 साल से मुआवजा नहीं- राकेश चौरागड़े
प्रतिनिधि। 08 मई
गोंदिया। राष्ट्रीय महामार्ग प्राधिकरण, जिला परिषद द्वारा किसान की 0.09आर खेत जमीन बिना कोई नोटिस दिये संपादित किये जाने व पिछले 3 साल से मुआवजे के चक्कर लगाने से त्रस्त किसान ने 30 अप्रैल 2022 से न्याय की गुहार लगाने परिवार सहित आमरण अनशन गोंदिया जिलाधिकारी कार्यालय के सामने परिसर में शुरू किया। आज 9 दिन बीत गए, पर अब तक कोई अधिकारी ने आकर उसकी सुध नही ली। इतना ही नही उसकी तबियत कैसी है इसकी सुध भी किसी डॉक्टर ने आकर नहीं ली।

सभी को पता है कि उफनती गर्मी किस कदर हावी है। सूरज आग उगल रहा है। पारा 45 डिग्री के करीब है। ऐसे में एक भूमिहीन किया गया किसान अपने हक के लिए पिछले 9 दिन से अनशन कर रहा है पर उसकी फरियाद सुनने वाला प्रशासन कुम्भकर्णीय नींद में है।
गौरतलब है कि पीड़ित किसान राकेश चौरागड़े की पत्नी शंकुतला राकेश चौरागड़े के नाम भंडारा जिले के मोहाडी तहसील स्थित सातोना गाँव में गट क्रमांक 53, 09 आर खेत जमीन है जो गोंदिया जिले के तिरोडा तहसील अंतर्गत बिरसी तलाठी कार्यालय में आती हैं। खेत जमीन को बिना कोई नोटिस दिए बगैर महामार्ग निर्माण के दौरान संपादित कर लिया गया। इस संदर्भ में शकुंतला के पति राकेश चौरागड़े ने जिलाधिकारी, उपविभागीय अधिकारी, तहसीलदार, महामार्ग प्राधिकरण व पीडब्ल्यूडी अभियंता को अनेक बार पत्र व्यवहार कर न्याय की गुहार लगाई व मुआवजे की मांग की पर उसे 3 साल से न्याय नही मिला।
अब उसने न्याय पाने के लिए 30 अप्रैल जिलाधिकारी कार्यालय के सामने अनशन शुरू किया व बाज़ार भाव से मुआवजा देने व परिवार के एक सदस्य को नॉकरी देने की गुहार लगाई है।
राकेश ने पहले ये आमरण अनशन परिवार के साथ शुरू किया था, पर 5 मई तक अधिकारियों व डॉक्टरों द्वारा ध्यान न देने पर उसकी बेटी की तबियत खराब हो गई। अब वो अकेला ही अनशन पर बैठकर जिलाधिकारी से न्याय की गुहार लगा रहा है।