विधायक विनोद अग्रवाल के प्रयासों से बाघ प्रकल्प की 45 साल पुरानी दायीं नहर की दुरुस्ती का हुआ मार्ग प्रशस्त, 133 करोड़ के कामों के लिए हुआ बजट प्रावधान..

185 Views

 

प्रतिनिधि।
गोंदिया। जिले के गोंदिया तहसील सहित आमगांव व सालेकसा तहसील के कुल 165 गाँव की 35718 हेक्टर सिंचाई क्षेत्र को सिंचित करने के उद्देश्य से बनाई गईं बाघ परियोजना की दायीं नहर पिछले 45 वर्षों से दुरुस्ती व रखरखाव न हो पाने के चलते जगह जगह से टूट-फुट व जीर्ण हो चली थीं, वही नहर के निचले सतह पर कीचड़ व घास उग आने पर इसके बहाव में कमी आ गई थी। जिन क्षेत्रों को जितना सिंचन हेतु जल मिलना चाहिये नहीं मिल पा रहा था।

गोंदिया विधानसभा क्षेत्र के विधायक विनोद अग्रवाल ने इस सिंचन व्यवस्था को पटरी पर लाने व सिंचाई क्षेत्र को हरित बनाने विदर्भ पाटबंधारे विकास महामंडल के जल संपदा विभाग के माध्यम से महाराष्ट्र सरकार के जलसंम्पदा मंत्री जयंत पाटील एवं वित्त व नियोजन मंत्री अजित पवार से भेंट कर इसकी विशेष दुरुस्ती, नवीनीकरण हेतु 133 करोड़ रुपयों का बजट में प्रावधान करने हेतु सरकार से अनुरोध किया था। जिस पर सरकार ने कृषि कार्य को बढ़ावा देने एवं किसानों को उन्नत बनाने के उद्देश्य से इस बजट में बाघ प्रकल्प नहर के नवीनीकरण व दुरुस्ती कार्यो हेतु लगने वाली निधि का प्रावधान करने विधायक विनोद अग्रवाल को भरोसा जताया था

महाराष्ट्र सरकार ने शासन निर्णय प्रमाप्र-2018(प्र. क्र.405/2018/सि. व्य.(कामे) मंत्रालय मुंबई, दिनांक 13/09/2019 के तहत 11 मार्च को प्रस्तुत अपने वर्ष 2022-23 के आर्थिक बजट में बाघ प्रकल्प की दायीं नहर के दुरुस्ती, नवीनीकरण हेतु 133 करोड़ 78 लाख 52 हजार 419 रुपयों का प्रावधान किया है।

बजट में सिंचाई के लिए वरदान बाघ नहर के दुरुस्ती व नवीनीकरण हेतु घोषणा होने पर 45 साल पुरानी नहर फिर जीवित होंने का मार्ग प्रशस्त हो गया है जो सिंचाई के लिये वरदान साबित होगा। इस नहर के साथ ही उसके गेट, पुल एवं उपनहर की दुरुस्ती होगी। शासन के आर्थिक बजट में नहर के पुनर्निर्माण का मार्ग प्रशस्त होने पर खेतिहर किसान वर्ग ने विधायक विनोद अग्रवाल का आभार माना व खुशी जाहिर की।

विधायक विनोद अग्रवाल ने कहा, बजट में प्रावधान होने से अब वित्त व नियोजन विभाग की मंजूरी मिल गई है। दो साल के भीतर ही नहर की दुरुस्ती, गेट, पुलों का निर्माण, नवीनीकरण, सफाई व अन्य कार्य पूर्ण किये जायेंगे।

Related posts