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मुंबई: केंद्र सरकार ने राज्य में सबसे कमजोर और वंचित आदिवासी छात्रों को कौशल-उन्मुख व्यवसाय के अवसर प्रदान करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा लागू की गई व्यावसायिक शिक्षा योजना में शारीरिक शिक्षा और खेल को बंद कर दिया था, जिससे छात्र इस विषय में व्यावसायिक पाठ्यक्रमों से वंचित रह गए थे। वहीं, राज्य के क्रीड़ा शिक्षक जो विषय पढ़ाते हैं, उनकी नौकरी चली गई, जिससे बेरोजगारी का संकट पैदा हो गया था.
राज्य सरकार को राज्य में खेल नीति और खेल संस्कृति का ध्यान रखना चाहिए था लेकिन खेल विषयों को बंद करने का ऐसा अन्यायपूर्ण निर्णय खेल क्षेत्र के लिए हानिकारक रहा।
राज्य में व्यवसायिक शिक्षकों की समस्याओं को समझने व खेल नीति विकसित करने के लिए व्यवसाय शिक्षक महासंघ की सरकार के साथ बैठक हुई। ये बैठक राज्य के पूर्व मंत्री एवं वर्तमान विधान परिषद सदस्य डॉ. परिणय फुके की उपस्थिति में स्कूली शिक्षा राज्य मंत्री बच्चू कडू की अध्यक्षता में ली गई। बैठक में शिक्षकों की समस्याओं पर चर्चा के साथ खेल विषय शुरू करने का निर्णय लिया गया।
इस निर्णय पर अमल इसी शैक्षणिक वर्ष से लागू करनें हेतु जो प्रयास विधायक परिणय फुके के माध्यम से हुए है वो सही मायने में क्रीड़ा नीति को पुनः लागू करने का बड़ा प्रयास है। इस शैक्षणिक वर्ष से राज्य में अत्यंत दुर्बल और वंचित आदिवासी छात्रों को कौशल-उन्मुख व्यवसाय के अवसर प्रदान होंगे।
व्यवसाय शिक्षक महासंघ महाराष्ट्र राज्य के अध्यक्ष एवं सभी राज्य के क्रीड़ा शिक्षकों ने खेल विषय शुरू करने के इस निर्णय पर विधायक डॉ. परिणय फुके का आभार माना।