प्रतिनिधि।
गोंदिया:- मानवतावादी संविधान संस्कृती निर्माण का उद्देश्य लिये एकसंघ स्वाभिमानी बौद्ध समाज निर्माण करने, समता, स्वातंत्र्य, बंधुत्व व धर्मनिरपेक्ष मुल्यों से परिपूर्ण कार्यकर्ता बनाकर उनमे मानवतावादी शोधकदृष्टी, विज्ञाननिष्ठा जागृत करना, यह भावना उनमे विकसित करना तथा उस प्रकार प्रशिक्षित समर्थ कार्यकर्ता बनने की पात्रता निर्माण होनी चाहिये इस ऊद्देश्य से त्यागमुर्ती आईसाहेब रमाई जयंती अवसर पर दो दिवसीय महिला सशक्तीकरण, शैक्षणिक मार्गदर्शन व बुद्ध विहार समन्वय कार्यकर्ता प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन स्थानिक मैत्रीय बुद्ध- बुद्धविहार भिमनगर यहां किया गया.
इस दो दिवसीय कार्यशाला के पहले दिन (06 फरवरी) बुद्ध विहार समन्वय समिती के मुख्य संयोजक अशोकभाऊ सरस्वती इन्होने “बुद्ध विहार संस्कृती निर्मिती हेतू तथा बौद्ध समाज में संगठीत होने का भाव, बंधुभाव, शिस्त, शील सदाचारी वृत्ती कायम करने बुद्ध विहार समन्वय समितीकी उपयुक्तता” इस विषयपर मार्गदर्शन किया. पश्चात “टीम आता लढुया एकीनेच” नागपुर के अतुल खोब्रागडे व पूर्व शिक्षणाधिकारी एन.एम.ठमके इन्होने “विद्यार्थियो की समस्या और समाधान” इस विषयपर मार्गदर्शन किया.
कार्यशाला के दुसरे दिन (7 फरवरी ) “समाज के सर्वांगीण विकास मे महिलाओ की भुमिका” इस विषयपर आयोजित महिला सशक्तीकरण कार्यशाला में पौर्णिमा नागदेवे ( केंद्रीय शिक्षिका भारतिय बौद्ध महासभा), माधुरी भेलावे ( शिक्षिका), रिना भोंगाडे ( ओबिसी संघर्ष कृती समिती), किरण वासनिक ( समता सैनिक दल), माधुरी पाटील (शिक्षिका) ललिता बोम्बार्डे ( पाली भाषा प्रचारक), उमा गजभिये ( मुख्याध्यापिका), निलुताई मोहंती ( जाग. बौ.धम्म.प.), विमलताई मेश्राम (अध्यक्ष मैत्रीय बुद्ध विहार), सामाजिक कार्यकर्ता संध्या बन्सोड, किरण मेश्राम, माधुरी नंदेश्वर, सविता उके, समता गणवीर इन्होने मार्गदर्शन किया. प्रास्ताविक आंबेडकरी संस्कार केंद्र संचालक महेंद्र कठाने इन्होने, तो कार्यक्रम का संचालन मैत्रीय बुद्ध विहार समिती के लक्ष्मी राऊत इन्होने किया. उपस्थितो का आभार रानी अवंतीबाई लोधी महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिव नागपुरे इन्होने माना.
कार्यक्रम की सफलता हेतू संविधान संरक्षक मित्र वैशाली डोंगरे, अर्चना सतदेवे, आयोजक मंडळ संविधान मैत्री संघ, बुद्धविहार समन्वय समिती, समता सैनिक दल, भारतिय बौद्ध महासभा, मैत्रीय बुद्ध विहार महिला मंडल, आंबेडकरी चळवळीचे संस्कार केंद्र के विद्यार्थीयों ने अथक प्रयास किया. इस कार्यशाला मे पाटलीपुत्र बुद्ध विहार गोविंदपूर, समता बुद्ध विहार आंबेडकर वार्ड, जेतवन बुद्ध विहार श्रीनगर, अशोक बुद्ध विहार चंद्रशेखर वार्ड, पंचशील बुद्ध विहार माताटोली, महाबोधी बुद्धविहार कुंभारटोली, एव्ं पंचशील झेंडा चौक कुंभारे नगर यहां की महिलाएं प्रमुखता जे उपस्थीत थे.