इन्श्योरेंस के 80 लाख रुपये डकारने, भाई बना भाई का कातिल, 3 आरोपी छग पुलिस की गिरफ्त में

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आरोपियों ने हत्या कर दुर्घटना दिखाने का किया था प्रयास, पुलिस ने बाल की खाल नोच किया पर्दाफाश..

क्राइम रिपोर्टर।
गोंदिया। आये दिन हत्या, की खबरों से अखबार लाल नजर आते है। कोई बदले की आग में हत्या करता है तो कोई, प्रॉपर्टी, प्रेम प्रसंग, दुष्कर्म, या कोई जरा सी बात पर ऐसी घटनाओं को अंजाम दे देते है। पर आज जो हत्या का मामला छत्तीसगढ़ पुलिस के हवाले से सामने आया है वो इन्श्योरेंस के लाखो रुपये हड़पने का है।
छत्तीसगढ़ पुलिस ने छुईखदान थानांतर्गत आमाघाट निवासी उत्तम अमृतलाल जंघेल के हत्या के मामले पर गोंदिया जिले के सालेकसा तहसील के महाराजी टोला निवासी हेमंत भैयालाल ढेकवार (38), कावराबांध निवासी सुरेश डोमनलाल मच्छिरके (55) एवं खेड़ेपार निवासी प्रेमचंद गजलाल लिल्हारे (52) को गिरफ्तार किया है.
इस हत्या के मामले पर बताते चलु की, मृतक उत्तम जंघेल के हत्या की सुनियोजित साजिश उसके ममेरे भाई ने अपने साथियों के साथ खुद रची। हत्या का मूल उद्देश्य मृतक के नाम से फाइनेंस वाहन, बीमा की लाखों रुपये की राशि हड़पना था। अपराधियों ने इस हत्या को बड़ी चालाकी से दुर्घटना का रूप दिया ताकि मृतक का सारा बीमा का पैसा उन्हें मिल जाये। परंतु छत्तीसगढ़ पुलिस ने इस दुर्घटना को हत्या में तब्दील कर अपराधियों के गिरेबां तक पहुंचने का साहसी कार्य किया।

हत्या करने का कारण ये था..

 
मृतक उत्तम अमृतलाल जंघेल के नाम पर कुछ माह पहले हार्वेस्टर एवं एक चौपहिया वाहन की खरीदी की गई थी. मृतक के मामा के बेटे हेमंत ढेकवार के पास यह दोनों वाहन थे. चौपहिया वाहन मृतक के नाम पर था. चौपहिया जनवरी तथा हार्वेस्टर को फरवरी 2024 में खरीदा गया था. दोनों वाहनों का करीब 30 लाख रु. का फाइनेंस कराया गया
था. इसके साथ ही इस फाइनेंस राशि का भी बीमा कराया गया था. यदि फाइनेंस अवधि में उत्तम जंघेल को कुछ हो जाता है तो उसके नाम पर लिए संपूर्ण लोन की राशि बीमा
कंपनी द्वारा भुगतान की जाती. इसके साथ ही आरोपी हेमंत ने मृतक उत्तम का भारतीय जीवन बीमा निगम से 40 लाख का दुर्घटना बीमा एवं आमगांव के एक्सिस बैंक से 40 लाख का दुर्घटना बीमा कराया था. जिसकी किश्तों का भुगतान वह स्वयं कर रहा था।

 राशि पाने बड़ी चालाकी से रची साजिश..

मृतक के ममेरे भाई आरोपी हेमंत ने इस बड़ी राशि को पाने 10 मई 2024 को मृतक उत्तम जंघेल को योजनाबद्व तरीके से कार दिलाने के बहाने डोंगरगढ़ बुलाया। हेमंत ने वहां अपने साथी सुरेश मच्छिरके (55) एवं प्रेमचंद लिल्हारे (52) को उक्त बीमा राशि का हिस्सा देने अपने प्लान में शामिल किया।
तीनों अपराधियों ने मृतक उत्तम को फोर व्हीलर में लेकर डोंगरगढ़ आये। वहां उन्होंने मृतक को शराब पिलायी। वहां से वे अतरिया गए, अतरिया में परिचितों के पास मोबाइल रखकर वे सभी खैरागढ़ होते हुए गातापार थाने के आगे सुनसान सड़क किनारे आये और यहां तीनों ने मिलकर उत्तम जंघेल का गला घोंटकर हत्या कर दी और वापस चले गए।

हत्या को दुर्घटना बताना चाहते थे, ताकि बीमा का लाखों रुपये मिले..

 
इस हत्या का मास्टरमाइंड मृतक का भाई हेमन्त इस हत्या को दुर्घटना दिखाना चाहता था, ताकि मृतक के नाम बीमा की लाखों रुपये की राशि उसे मिलें एवं वाहन का पैसा फाइनेंस कंपनी भरे। पुलिस को खैरागढ़ थानांतर्गत ग्राम कुम्ही डोंगरगढ़ मार्ग पर पुल के पास 11 मई को अज्ञात व्यक्ति का शव मिला। पुलिस ने आमाघाट कादा निवासी उत्तम जंघेल के रूप में मृतक की शिनाख्त की।
उत्तम की मौत संदिग्ध प्रतीत होने की वजह से एफएसएल यूनिट एवं डॉग स्क्वाड को घटना स्थल ले जाया गया. घटना की बारीकी से जांच कर सबूत जुटाए गए. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला घोटकर हत्या करने का पता चलने पर पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ भादंवि की धारा 302 के तहत मामला दर्ज किया था.
पुलिस को जांच में पता चला कि मृतक के नाम पर वाहन फाइनेंस के माध्यम से खरीदा गया है और वो वाहन उसके मामा के बेटे हेमंत के पास है। इस वजह से पुलिस ने हेमंत तक पहुंचकर मामले की जांच शुरु की और हक़ीक़त सामने आयी।
छत्तीसगढ़ पुलिस ने तीनों अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है। आगे की जांच की जा रही है।

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