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गोंदिया। एक तरफ देश आधुनिक युग में आगे बढ़कर तरक्की कर रहा है, वहीं देश के अनेक क्षेत्रों में आज भी पुरानी परंपरा निभाई जा रही है। बालविवाह जैसी प्रथा की रोकथाम के कानून बनाएं गये है फिर भी कही न कहीं ये प्रथा झलकती नजर आती है।
हाल ही में गोंदिया जिले में बालविवाह का मामला सामने आया है। जिले के गोंदिया ग्रामीण थाना क्षेत्र में एक 9 कक्षा की 16 वर्षीय बालिका को एन शादी के दिन ही पुलिस की दामिनी पथक ने बचाने का व शादी को रोकने का कार्य किया है।
जिले में पुलिस अधीक्षक निखिल पिंगले के मार्गदर्शन में महिलाओं, युवतियों एवं स्कूल, कॉलेज की छात्राओं की सुरक्षा की दृष्टि से दामिनी पथक का गठन किया है, जो निरंतर सक्रियता से कार्य कर रही है। बालविवाह पर भी दामिनी पथक बेहतर कार्य इसे रोकने का कार्य कर चुकी है।
हाल ही में बालविवाह को रोकने का कार्य गोंदिया ग्रामीण थाना पुलिस व दामिनी पथक ने संयुक्त रूप से किया है। पुलिस को खबर मिली थी कि 28 अप्रैल को एक नाबालिग लड़की का विवाह कराया जा रहा है। खबर मिलते ही पुलिस टीम ने उस स्थल पर गाँव के पुलिस पाटील के साथ दबिश दी। घर पर उक्त लड़की और उसकी माँ, परिजन उपस्थित थे। घर के बाहर मंडप लगा हुआ था और शादी की सारी तैयारी हो चुकी थी। दामिनी पथक ने लड़की की उम्र जानने के लिए पुख्ता दस्तावेज खंगाले तो लड़की की उम्र सिर्फ 16 साल और उसने हाल ही में कक्षा 9 की परीक्षा दी थी। लड़की के नाबालिग होने का सिद्ध होने पर इस बालविवाह को रोककर, लड़की के परिजनों को समझाईश दी गई।
इस बालविवाह को रोकने पर पुलिस अधीक्षक निखील पिंगळे, अप्पर पुलिस अधीक्षक नित्यानंद झा, के मार्गदर्शन में पो.ठाणे गोंदिया ग्रामीण के सहा.पोलीस निरीक्षक, वर्मा, पो.उप.नि. मट्टामी, दामिनी पथक के मपोउपनि भावना राऊत, पोशि- राजेंद्र अंबादे, रमेंद्र बावनकर, मपोशि पुनम मंजुटे, भांदक्कर, चालक मपोशि- रंगारी, एवं पो. स्टे.गोंदिया ग्रामिण के पोलीस हवा. मरहस्कोल्हे, इंद्रजित भुते, पो.शि. नागदेवे, मपोशि- शेंद्रे , गणविर वही बालविवाह मुक्त भारत अभियान के ज्ञानेश्वर पटले, विशाल मेश्राम, पुजा डोंगरे, सुमित गोंडाणे ने संयुक्त रूप से कार्यवाही कर नियोजीत बालविवाह रोकने में सफलता प्राप्त की।