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वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा दोषियों पर अगर कार्रवाई न होती है तो करेंगे हाईकोर्ट में जनहित याचिका दाखिल..
प्रतिनिधि।
गोंदिया। आज गटर योजना के कार्य के दौरान हुई एक मजदूर की मौत के मामले पर फिर एक बार आवाज बुलंद कर मृतक के परिजनों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े होने वाले सामाजिक कार्यकर्ता इरफान सिद्दीकी ने इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है।
इरफान सिद्दीकी शहर में शुरू इस गटर योजना के अनियमितता से भरे कार्यो को लेकर लगातार आवाज उठाते रहे है। उन्होंने मुंबई मंत्रालय, सरकार की अधिकृत साइट एवं सभी अधिकारियों को शिकायत कर इन लापरवाही से किये जा रहे कार्यो से अवगत कराया था, यहां तक कि एक मामले पर थाने में भी शिकायत दर्ज करायी थी। बावजूद इस मामले पर प्रशासकीय अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों ने अनदेखी कर कोई कार्रवाई नहीं की।
कार्य में किसी भी तरह का हस्तक्षेप न होने से बिनधास्त ठेका एजेंसी बेधड़क सड़कों का सत्यानाश कर कार्य करती आ रही, और लोग बेजा परेशान हो रहे है।
आज 13 मार्च को हुई कार्य के दौरान मजदूर की मौत से पूरा गोंदिया हिल गया है। लापरवाही व अकर्मण्यता के चलते ही ये हादसा हुआ जिसमें मजदूर की मौत हो गई। इस मामले को दबाने का प्रयास किया परंतु सामाजिक कार्यकर्ता इरफान सिद्दीकी ने गरीब मजदूर परिवार के साथ खड़े होकर एव अन्य लोगो को साथ लेकर मृतक मजदूर के परिवार को न्याय दिलाने का प्रयास किया।
गटर योजना का कार्य कर रही लक्ष्मी कंस्ट्रक्शन एजेंसी से बातचीत कर मृतक के परिजनों को 12 लाख रुपये की आर्थिक मदद व अंतिम संस्कार हेतु आर्थिक सहयोग देने की बात की। साथ ही जबतक आर्थिक मदद नही की जाती तबतक कामबंद रखने का अल्टीमेटम भी एजेंसी को दिया।
इरफान सिद्दीकी ने कहा, गटर योजना मामले में किस हद तक धांधली हुई है, अनियमितता बरती गई इसकी सारी दस्तावेजी कार्रवाई मैंने की है। फिर भी अगर इतना होने के बाद दोषियों पर कार्रवाई नही होती है तो वे, मुंबई उच्च न्यायालय की नागपुर खंडपीठ में एक जनहित याचिका दाखिल कर आवाज़ बुलंद करेंगे।