रिश्वत मामले के लेनदेन में एक निजी व्यक्ति भी लपेटे में…
क्राइम रिपोर्टर।
गोंदिया। एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) गोंदिया की टीम ने रिश्वत के मामले में एक पुलिस महकमे के अधिकारी श्रीकांत पवार को गिरफ्तार किया है। ये पुलिस अधिकारी जिले के आमगांव पुलिस थाने में सहायक पुलिस निरीक्षक के रूप में पदस्थ है। इसके अलावा एपीआई श्रीकांत पवार के बोलने पर रिश्वत स्वीकार करते एक निजी व्यक्ति को भी टीम ने गिरफ्तार किया। इस कार्रवाई से पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है एवं पुलिस की छवि दागदार हुई है।
जानकारी के तहत सहायक पुलिस निरीक्षक श्रीकांत पवार (उम्र 37 वर्ष), ने फिर्यादि से फोन पर बात कर उसे कहा कि, उसने सरकारी जमीन की खरीदी-बिक्री की है। इसकी शिकायत थाने में आयी है। अगर इस मामले को रोकना है और ठंडे बस्ते में डालना है तो 5 लाख रुपये रिश्वत देनी होगी। और ये राशि लेकर वो आमगांव थाने में आये।
शिकायतकर्ता द्वारा सहायक पुलिस निरीक्षक श्रीकांत पवार को रिश्वत देने की कोई इच्छा न होने पर उसने इसकी शिकायत रिश्वत प्रतिबंधक विभाग (ACB) गोंदिया को कर दी।
उपरोक्त मामले की गोंदिया एसीबी द्वारा संपूर्ण तरीके से जांच की गई। जांच में पाया गया कि 5 लाख की रिश्वत का मामला 2 लाख में तय हुआ। जिसकी पहली किस्त 1 लाख रुपये के रूप में देनी है। सहायक पुलिस निरीक्षक श्रीकांत पवार ने ये 1 लाख रुपये उनके निजी सहयोगी अमृत ढाबा गोरठा निवासी अनिल किशनलाल सोनकनवरे को देने कहा। एसीबी ने जाल बिछाकर 1 लाख रुपये स्वीकारते एपीआई पवार के सहयोगी की पंच के समक्ष पकड़ा।
एंटी करप्शन ब्यूरो गोंदिया की टीम ने रिश्वत के मामले में दोनों आरोपियों के खिलाफ आमगांव थाने में भ्रष्टाचार प्रतिबंधक कानून की धारा 7 व 12 के तहत मामला दर्ज करवाया।
ये कार्रवाई एंटी करप्शन ब्यूरो के पुलिस अधीक्षक राकेश ओला, अपर पोलीस अधिक्षक मधुकर गिते नागपूर के मार्गदर्शन में पोलीस उपअधिक्षक गोंदिया पुरुषोत्तम अहेरकर, पोलीस निरीक्षक अतुल तवाडे सहित एसीबी टीम ने की।