गोंदिया: कृषि महाविद्यालय के विद्यार्थियों के माध्यम से किसानों को जैविक खेती के बताए गुर, कृषि विभाग के आत्मा का उपक्रम

439 Views

 

प्रतिनिधि।

गोंदिया। जैविक खेती से स्वास्थ्य ही नहीं बल्कि भूमि ही उपजाऊ बनी रहती है। गोंदिया कृषि विभाग के आत्मा ने एक उपक्रम चलाकर कृषि महाविद्यालय के विद्यार्थियों के माध्यम से किसानों के खेतों में जाकर जैविक खेती के महत्व तथा प्रात्याक्षिक कर दिखा रहे हैं। तहसील के लोधीटोला में कृषि महाविद्यालय के प्रशिक्षणार्थी विद्यार्थियों ने जैविक खेती तथा धान पर लगनेवाले बीमारियों को किस तरह से आयुर्वेदिक काड़े से भगाया जा सकता है? इस पर विस्तृत तौर पर जानकारी दी।

लोधीटोला निवासी प्रगतिशील किसान धर्मराज भगत के खेतों में जाकर खेती शाला का आयोजन तहसील कृषि अधिकारी कार्यालय तथा आत्मा विभाग की ओर से ५ अगस्त को किया गया था। जिसमें मार्गदर्शक के रूप में कृषि सहायक बी.के. दमाहे उपस्थित थे। जिन्होंने किसानों को विभिन्न तकनीक के संदर्भ में किसानों को जानकारी दी। प्रशिक्षणार्थी विद्यार्थियों ने धान पर खोड़किड़ा लगता है। जिसे भगाने तथा उस पर नियंत्रण पाने के लिए दशपर्णी अर्क तैयार कर प्रात्याक्षिक दिखाया। वहीं श्री पद्धति से धान लगाने से किस तरह से फायदा किसानों को पहुंचता है। इसकी जानकारी दी।

उसी प्रकार ओझोला खाद तथा दशपर्णी अर्क तैयार कर किसानों को उपलब्ध कराया। प्रशिक्षणार्थी प्रज्जवल टेकचंद गाते ने किसानों के खेतों में जाकर कृषि एप किस तरह से डाउनलोड कर उसका उपयोग किया जाता है तथा श्री पद्धति से धान की रोपाई कर दशपर्णी अर्क तैयार करने का प्रशिक्षण किसानों को दिया है।

इस अवसर पर कृषि महाविद्यालय के अंतिम वर्ष के प्रशिक्षणार्थी राहुल भोयर ने भी किसानों को मार्गदर्शन किया। इस समय लोधीटोला के सरपंच ठाकरे, उपसरपंच बघेले, ग्रापं कर्मचारी तथा सदस्य एवं कृषि मंडल के अधिकारी, पर्यवेक्षक आदि उपस्थित थे।

Related posts