कोरोना वैक्सीन लगाने के पूर्व एकबार अवश्य करें रक्तदान- RMO डॉ. सुवर्णा हुुबेकर..
प्रतिनिधि। 4 अप्रैल
गोंदिया। कोरोना संकट काल में पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष राज्य सहित गोंदिया जिला, रक्त की भारी कमी से जूझ रहा है। इसका मुख्य कारण है कोरोना वेक्सीनेशन किया जाना। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के राष्ट्रीय मार्गदर्शक नियमानुसार दूसरे टीके के 28 दिनों तक रक्तदान नहीं किये जाने के निर्देश दिए गए है, जिससे ये हालात निर्माण हो रहे है।
महाराष्ट्र में कोरोना के अत्यधिक मामले सामने आ रहे है, वही कोरोना वैक्सीन लगाने में भी राज्य, पूरे देश में अव्वल है। इसी के चलते राज्य में रक्त की कमी महसूस की जा रही है।
गोंदिया में शनिवार 3 अप्रैल को महिला शासकीय जिला रुग्णालय के शासकीय ब्लड बैंक में 135 यूनिट ब्लड संग्रहित देखा गया, जबकि प्रतिदिन 30 से 35 यूनिट ब्लड की आवश्यकता है।
केटीएस जिला शासकीय अस्पताल की निवासी वैद्यकीय अधिकारी डॉ. सुवर्णा हुबेकर का कहना है कि, हर वर्ष अप्रैल, मई और जून में रक्त की कमी देखी जा सकती है। जिसकी पूर्ति के लिए सामाजिक संगठनों, राजनीतिक दलों एवं नागरिको से अपील कर रक्तदान करने का आव्हान किया जाता है। परंतु पिछले वर्ष से कोरोना संकट के चलते रक्तदान करने वालो में भारी कमी आयी है।
इस वर्ष स्कूल-कॉलेज में छुट्टियां होने, तथा कोरोना वेक्सीनेशन शुरू होने से रक्तदाताओं में कमी आयी है। इस रक्त के मामले को गंभीरता से लेते हुए आरएमओ डॉ. सुवर्णा हुबेकर ने कहा कि, हमारे यहां 45 वर्ष की आयु तक बड़ी संख्या में युवाओं की मौजूदगी है। अगर युवावर्ग दूसरों की जिंदगी बचाने रक्तदान करने सामने आता है तो हम रक्त की कमी को दूर कर अन्य लोगो को जीवनदान दे सकते है।
निवासी वैद्यकीय अधिकारी डॉ. हुबेकर ने कहा, हमें कोरोना वैक्सीन लगाने के पूर्व स्वेच्छा से एकबार रक्तदान कर रक्त की कमी को पूरा करने आगे आना चाहिए।