गोंदिया(5 अप्रैल): देश के हर नागरिक को समान अधिकार और जीने का अधिकार मिले इसके लिए भारतरत्न डॉ. बाबा साहब आम्बेडकर ने लोकतांत्रिक संविधान लिखकर देश को एक महान संविधान दिया। परंतु केंद्र की मौजूदा मनुस्मृति सोच वाली सरकार ने देश के नागरिकों को लूटने, कट्टरता के नाम पर गुमराह करने और व्यावसायिक हितों को साधने के द्वारा देश के नागरिकों की रक्षा करने वाले पवित्र संविधान को पूरी तरह से बदलने का नापाक प्रयास किया जा रहा है। यदि आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा को नहीं रोका गया तो उसे आजाद भारत का गुलाम बनकर रहना होगा। उक्त संबोधन भंडारा-गोंदिया लोकसभा क्षेत्र से ओबीसी हिन्दू संगठना के राष्ट्रीय अध्यक्ष व निर्दलीय उम्मीदवार एड. वीरेंद्र जायसवाल ने अपने प्रचार अभियान के दौरान नागरिकों को संबोधित करते हुए अपनी बात रखी।
आगे बोलते हुए एड. वीरेंद्र जयसवाल ने कहा कि किसान, मजदूर, युवा मजदूर वर्ग और देश के सभी नागरिकों को काफी नुकसान हुआ है. महंगाई, बेरोजगारी, निजीकरण ने पहले ही जनता की कमर तोड़ दी है और अब भाजपा देेेश में विपक्ष को भी खत्म करने का नाकाम प्रयास कर रही है।
खाद, आवश्यक वस्तुएं, पेट्रोल, डीजल, गैस में भारी मूल्य वृद्धि और जीएसटी के माध्यम से आम नागरिकों की लूट की जा रही है। बिजली की दरों में चुनाव के दौरान फिर एकबार 10 प्रतिशत की वृद्धि कर लोगो की जेब काटने का पाप भाजपा, उसकी महायुति सरकार कर रही है। ऐसी क्रूर सरकार के खिलाफ उठ खड़ा होना और देश के संविधान को बचाने के लिए हमें सहयोग करें। ‘ देश सुरक्षित नहीं है, देश में महिला सुरक्षित नहीं है, महिला शोषक खुलेआम घूम रहे हैं। ये है देश की हालत। मौजूदा सांसद सुनील मेंढे संसद में मौन बैठे रहते हैं. ऐसे मौनी बाबा को बाहर का रास्ता दिखाकर परिवर्तन करने ही मैं आप के बीच मैदान में खड़ा हूँ।
जायसवाल ने आगे कहा कि देश की बीजेपी सरकार आदिवासी विरोधी, किसान विरोधी, युवा विरोधी सरकार है और इसने देश के किसानों को कोई गारंटी नहीं दी है. किसानों को 24 घंटे बिजली देने का वादा करने के बाद भी 12 घंटे बिजली नहीं दी जा रही है.
देश में तानाशाही चल रही है और अन्य पार्टियों को तोड़ा जा रहा है। तख्तापलट ने बहुजनों को जातियों में बांटकर सत्ता पर कब्जा करने का पाप किया है। ऐसे लोगो को बाहर का रास्ता दिखाने मुझे सेवा का अवसर दे।
अंत में जायसवाल ने कहा, मेरे चुनाव चिन्ह ऑटो रिक्शा को आशिर्वाद मिला तो, संसद में आपकी आवाज बनकर तानाशाहों के खिलाफ लड़ने का कार्य करूँगा।