फोटो एडिटिंग कर गोंदिया के युवक ने खुद को बताया नरसिंहपुर का कलेक्टर, फर्जीवाड़े पर युवक को जबलपुर पुलिस ने दबोचा…

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गोंदिया। खुद को आईएएस अधिकारी बताते हुए नरसिंहपुर में कलेक्टर का पदभार संभालने का सोशल मीडिया में फोटो वायरल करने वाले युवक को जबलपुर की तिलवारा पुलिस ने गिरफ्तार किया है. ये फर्जी जिलाधीश गोंदिया जिले के गोंदिया तहसील का निवासी राहुल गिरी बताया गया है.

जबलपुर में पकड़े गए इस युवक ने शातिर दिमाग से फोटो मैं एडिटिंग करके खुद को जिलाधीश घोषित कर दिया था तथा सोशल मीडिया पर यह फोटो वायरल कर दी थीं। जब इस वायरल तस्वीर की जानकारी नरसिहपुर के जिलाधिकारी रिजु बाफना को लगी तो उन्होंने तत्काल इसकी तफ्तीश करने के आदेश दिए। पुलिस को फर्जी आईएएस अधिकारी की जानकारी जैसे ही मिली पूरी पुलिस टीम हरकत में आ गई.

फ़ोटो एडीटिंग कर बनाई गई फर्जी तस्वीर..

जबलपुर पुलिस ने युवक को हिरासत में लिया, साथ ही नरसिंहपुर की वर्तमान जिलाधीश की सूचना पर आरोपी को पकड़कर 8 अगस्त की रात धोखाधड़ी सहित विभिन्न धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज किया गया.

इस संदर्भ में बताया गया कि खुद को जिलाधीश बताने वाला युवक राहुल गिरी से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि वह महाराष्ट्र के गोंदिया जिले के नागरा ग्राम का निवासी है तथा तिलवारा स्थित शास्त्री नगर में एक फ्लैट किराए पर लेकर रहता है. यहां पर वह लैब टेक्नीशियन का काम करता था. उसने नरसिंहपुर जिलाधीश के ऑफिशल फेसबुक पेज से फोटो उठाकर उसमें एडिटिंग के जरिए छेड़छाड़ करते हुए सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया. उस फोटो में राहुल ने खुद को नरसिंहपुर जिलाधीश रिजु बाफना से चार्ज लेते हुए दर्शाया है.

सोशल मीडिया पर फोटो वायरल होने के बाद कथित तौर पर आईएएस बने राहुल के फर्जीवाड़ा का खुलासा आखिरकार हो ही गया तथा उसे पुलिस ने दबोच लिया. पुलिस की जानकारी के अनुसार नरसिंहपुर जिलाधीश का प्रतिवेदन मिलने पर फर्जी आईएएस के खिलाफ और मामले दर्ज किए जाएंगे.

कार में लगाई थी फर्जी नेमप्लेट

पुलिस की जानकारी के अनुसार पकड़े गए आरोपी राहुल ने एक इनोवा कार हायर की थी. उस कार में फर्जी नेम प्लेट लगा रखी थी. नेम प्लेट में उसने स्वास्थ्य अपर सचिव मध्य प्रदेश शासन लिखा रखा था. उसके मकान मालिक व आसपास के रहने वालों से पूछताछ कर उसकी गतिविधियों की भी जानकारी लगाई जा रही है.

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