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बकी, खोली गेट से जंगल सफारी करने बढ़ रहा पर्यटकों का आवागमन..
प्रतिनिधि। (11 जून)
गोंदिया। वन्यजीव प्रेमियों के लिए बड़ी खुशखबरी है। अब गोंदिया जिले के नवेगांव नेशनल पार्क, नवेगांव-नागझिरा वन्यजीव अभ्यारण्य व बाघ प्रकल्प में सैलानियों को, बाघ, हिरन, तेंदुए, नीलगाय, भालू व अन्य वन्यजीवों के साथ ही हाथियों के दर्शन भी होंगे।
पिछले डेढ़ दो माह से नवेगांव-नागझिरा के नवेगांव नेशनल पार्क कोर एरिया जंगल परिसर में डेरा डाले करीब 24 हाथियों का झुंड पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन रहा है। हाल ही में इन हाथियों के झुंड को झंकारगोंदी के पास एक तालाब में गर्मी से निजात पाने, पानी का लुत्फ उठाते देखा गया है।
नवेगांव वन परिक्षेत्र अधिकारी (आरएफओ) सचिन डोंगरवार ने कहा कि, ये पहली बार है जब एनएनटीआर के वन जंगल में हाथियों की एंट्री हुई है। वो पिछले एक माह से अधिक समय से यहां है और खास बात है कि वे किसी भी तरह का नुकसान नहीं पहुँचा रहे है। हाथियों के झुंड को विचरण करते देखा जा सकता है। उन्हें यहां का जंगल भा गया है। उनकी जंगल व जंगल के आसपास के ग्रामीण क्षेत्रो में गतिविधियों पर नजर रखने वन टीम निरंतर कार्य कर रही है।
आरएफओ डोंगरवार ने बताया कि, नवेगांव-नागझिरा टाइगर रिजर्व के नवेगांव एरिया में बाघों के दर्शन भी आसानी से हो रहे है। वन्यजीवों को खुली आँखों से निहारने पर्यटकों की संख्या इस ओर बढ़ रही है। पर्यटकों के लिए बकी गेट व खोली गेट पसंदीदा देखा जा रहा है।
उन्होंने कहा, वन्यजीवों में बाघों की संख्या इस क्षेत्र में करीब 8 है। इनमें 1 नर बाघ, 3 मादा बाघ व बच्चे शामिल है। बाघों की संख्या बढ़ाने हाल ही में दो बाघिन नवेगांव-नागझिरा में चंद्रपुर जिले से स्थानांतरित की गई। एनएनटीआर के फील्ड डायरेक्टर जयरामे गौड़ा व डिप्टी फील्ड डायरेक्टर पवन जेफ के मार्गदर्शन में इस क्षेत्र में वनस्पतिजीवी घास लगाने का कार्य जारी है। यहां करीब 240 हेक्टेयर जंगल में घास लगाई गई है जबकि 35 हेक्टेयर जंगल में घास लगाने का कार्य जारी है।
उन्होंने कहा, पर्यटन को बढ़ावा देने, वन्यजीव की रक्षा, ग्रामीण क्षेत्रों में जनजागृति, पर्यटकों के लिए सुविधाएं उपलब्ध कराने एनएनटीआर टीम कार्य कर रही है।