प्रतिनिधि। 06 अक्तूबर
गोंदिया। तहसील के बनाथर के समीप बड़ेगाव ग्राम पंचायत द्वारा जारी भारी भ्रष्टाचार और बोगस कार्यो को लेकर ग्राम पंचायत सदस्य सहित अनेकों नागरिकों ने आवाज उठाई है। आज इस मामले को लेकर अनेक लोगो ने शिवसेना जिला सहसम्पर्क प्रमुख मुकेश शिवहरे से मुलाकात कर दोषियों पर कार्रवाई हेतु न्याय की मांग की।
बड़ेगाव से आये नागरिकों ने शिवसेना नेता मुकेश शिवहरे को बताया कि, बड़ेगाव में एक महिला सरपंच होते हुए उसका पति भ्रष्टाचार की सारी हदें पार कर रहा है। जिन ग्राम के लोगों को असल में शासकीय योजनाओं का लाभ मिलना चाहिए उन्हें दरकिनार कर बोगस तरीक़े से दूसरे लोगो के नाम डालकर शासन की निधि को डकारने का कार्य किया जा रहा है।
ग्रामीणों ने कहा, बड़ेगाव की महिला सरपंच योगिता पतंग पाचे, उनके पति लक्ष्मीचंद पाचे, रोजगार सेवक, कंप्यूटर ऑपरेटर एव ज्युनिर अभियंता की मिलीभगत से लाभार्थियों को कोई लाभ नही दिया जा रहा है। जबकि इन्ही योजनाओं के लाभ हेतु बोगस तरिके से शौचालय के कार्य दिखाकर शासन से 12-12 हजार रुपये उठाये गए। इन 12 हजार के धनादेश पर सरपंच पति ने प्रति लाभार्थी 2-2 हजार रुपये रिश्वत ली।
इतना ही नहीं ग्राम में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत ब यादी में 135 लोगों के नाम भेजे गए जिसमें से 90 लोग पात्र हुए। परंतु ग्राम पंचायत में इसकी लिस्ट नही लगाई गई और न ही कोई जानकारी दी गई। जिन लोगों का नाम प्रपत्र – ब यादी में है ही नही ऐसे “ड” यादी के अनेक लोगो को आवास योजना का बोगस तरीके से लाभ देकर भ्रष्टाचार व रिश्वतखोरी की गई है।
उन्होंने आरोप लगाया है कि एक ही व्यक्ति को जिसके पास इंदिरा आवास, पुनर्वसन योजना प्राप्त है, उसे आवास मंजूर का बोगस तरीक़े से लाभ देकर पूरी राशि निकाल ली गई, जबकि आवास बना ही नही। ऐसा ही एक महिला को भी लाभ दिखाकर पूरी राशि निकाल ली गई, जबकि घर है नही। अनगिनत मामले है जिनके घर सिर्फ कागजों में हुए जबकि आवास बने नही, उन्हें 1ली, 2री, तीसरी क़िस्त अदा कर दी गई। इस मामले पर सरपंच के पती ने हजारों रुपये रिश्वत ली।
उन्होंने शिवसेना जिला सहसम्पर्क प्रमुख मुकेश शिवहरे को बताया कि, गाँव में ऐसे अनेक जरूरतमंद है जिनके घर शौचालय नही, आवास नही है। पर ग्राम पंचायत सरपंचा, उनके पति, और यंत्रणा गैर तरिके से शासन निधि का दुरुपयोग कर भ्रष्टाचार कर रहे है। ऐसे लोगो पर तत्काल फौजदारी अपराध दर्ज कर कार्रवाई की जानी चाहिए।
इस मामले पर शिवसेना नेता मुकेश शिवहरे ने संज्ञान लेकर तीव्र नाराजगी जाहिर कर रोष जताया। उन्होंने कहा, एक तरफ राज्य सरकार ग्राम के नागरिकों को विकास की मुख्यधारा में लाने अनेको योजनाएं कार्यान्वित कर रही है वही ऐसे भ्रष्ट लोग इस पर पलीता लगाने पर आतुर है। ऐसे लोगो पर त्वरित जांच कर दोषियों पर निलंबन करने की मांग, जिलाधिकारी गोंदिया, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, गोंदिया पंचायत समिति के बीडीओ से पत्र प्रेषित कर की है।
उन्होंने कहा, इस मामले पर जल्द ही जिला स्तर पर कोई कार्रवाई नही होती है तो, वे बड़ेगाव के नागरिको के साथ आंदोलन करेंगे, साथ ही ग्राम विकास मंत्री को पत्र प्रेषित कर आवाज बुलंद करेंगे।