गोंदिया: भटकती बेआश्रित मनोरुग्ण महिला की मदद, 3री बार फरिश्ता बनकर सामने आए इंजीनियर वासुदेव रामटेककर

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पुलिस विभाग, महिला व बालकल्याण विभाग की मदद से महिला को उपचार हेतु पहुँचाया नागपुर मेंटल हॉस्पिटल

प्रतिनिधि। 02 जून
गोंदिया। भरी गर्मी की तपिश में गोंदिया शहर के रोड-चौराहों में भटकती एक मानसिक रूप से पीड़ित महिला को गोंदिया के एक फरिश्ते ने मदद का हाथ बढ़ाकर उसे आगे के उपचार तक पहुँचाने का बड़ा साहसी कार्य किया है। इस सामजिक दायित्व के कार्य पर गोंदिया जिले की जनता द्वारा उस फरिश्ते की जमकर प्रशंसा की जा रही है।

ये फरिश्ता है इंजीनियर वासुदेव रामटेककर। श्री रामटेककर द्वारा ये तीसरी बार ऐसी महिलाओं की मदद का प्रयास है जो उन्होंने सामाजिक दायित्व का निर्वहन कर भटकती, बेआश्रित महिलाओं को उनके परिवार से मिलाने, उपचार कराने आदि का प्रयास किया है।

इस मनोरुग्ण महिला के बारे में इंजी. वासुदेव
रामटेककर को तब पता चला, जब वे 31 मई को शहर के रेलटोली परिसर से जा रहे थे। करीब 30 वर्षीय ये महिला असामाजिक तत्वों के बीच उन्हें दिखाई दी। इस दृश्यम को देख उनकी अंतरात्मा जाग उठी, रामटेककर ने गुजराती स्कूल के पास पुलिस बंदोबस्त में लगी महिला कॉन्स्टेबल सुलोचना मेश्राम की मदद से उस महिला को वहां से बाहर निकलवाने में मदद की।

वासुदेव रामटेककर ने त्वरित एक फोन जिला महिला व बालकल्याण अधिकारी गजानन गोबाड़े को इसकी जानकारी दी। महिला से पूछताछ करने पर उसने अपना नाम शीला धुर्वे पिता बिंदु परतेती निवासी जिला छिंदवाड़ा बताया। इसके अलावा उसने कोई भी जानकारी देने में असमर्थता दिखायी। श्री रामटेककर व जिला महिला व बालकल्याण अधिकारी के द्वारा रामनगर थाने में लिखित शिकायत दर्ज कर करायी।

रामनगर थाना पुलिस निरीक्षक श्री प्रमोद घोंगे द्वारा द्वारा इस मामले में त्वरित कदम उठाते हुए महिला को केटीएस जिला शासकीय अस्पताल में चिकित्सा परीक्षण प्रक्रिया हेतु ले जाया गया। इसके साथ ही स्थानीय न्यायालय से आदेश प्राप्त कर पुलिस कॉन्स्टेबल राजेश सोनवाने, शारदा मौर्या, कुमुद येरने, व पुलिस चालक राधेश्याम कांबळे के सरक्षण में नागपुर स्थित मानसिक रुग्णालय में आगे के उपचार हेतु रेफर किया गया।

श्री वासुदेव रामटेककर द्वारा किये गए प्रयासों में पुलिस अधिकारी, कर्मचारी, जिला महिला व बालकल्याण विभाग के तुषार पौनीकर, कपिल टेंभुर्ने, पुलिस कॉन्स्टेबल सुनील बोरकर, महिला कॉन्स्टेबल सोनाली परिहार, देशभ्रतार का भरपुर सहयोग प्राप्त हुआ।

आज एक नेक फरिश्ते के रूप में सामने आए इंजीनियर वासुदेव रामटेककर द्वारा किये गए प्रयासों से एक भटकती मनोरुग्ण महिला को उपचार हेतु नागपुर भेजा जा सका, जल्द उसके स्वस्थ्य होकर लौटने की कामना की जा रही है। श्री रामटेककर ने कहा उस महिला के ठीक होने पर उसके घर का पता निकालकर उसे परिवार के सुपुर्द किया जाएगा। अगर घर का पता नही मिलता है तो उसे महिला आश्रम भेजा जायेगा।

रामटेककर ने कहा, अगर किसी जगह ऐसी महिलाएं दिखाई दे तो अपना सामाजिक दायित्व निभाते हुए पुलिस व महिला तथा बालकल्याण विभाग को सूचित किया जाना चाहिए, ताकि उनकी मदद की जा सकें। गौरतलब है कि वासुदेव रामटेककर द्वारा इसके पूर्व भी 3 महिलाओं की मदद की का चुकी है जिसमें 2 महिलाओं को उनके परिवार के सुपुर्द किया गया है।

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