लाइसेंस मिलते ही एक-दो दिन में ऑक्सीजन प्लांट शुरू होने की राह पर- डॉ. नरेश तिरपुड़े
प्रतिनिधि। 30 अप्रैल
गोंदिया। अदानी कंपनी के सीएसआर फंड से केटीएस जिला सरकारी अस्पताल के परिसर में पूर्णतः बन चुके 13 हजार लीटर क्षमता का ऑक्सीजन प्लांट शुरू होने की राह पर है। इस प्लांट को शुरू करने हेतु जरूरी प्रक्रिया के तहत मुंबई के लाइसेंस विभाग से लाइसेंस लेना अनिवार्य था। परंतु समय कम होने व शासकीय प्रक्रिया के तहत फीस की अदायगी में देरी होने की प्रक्रिया की फेहरिस्त को देखते हुए शासकीय मेडिकल कॉलेज व अस्पताल के अधिष्ठाता डॉ. नरेश तिरपुड़े ने फौरी तौर पर लाइसेंस की जल्द प्राप्ति के लिए खुद के डेबिट कार्ड से 75 हजार 885 रुपये का भुगतान मुंबई के लाइसेंस विभाग को कर अपनी कार्यकुशलता का परिचय दिया।
बता दे कि, केटीएस सरकारी अस्पताल परिसर में सरकारी मेडिकल कॉलेज गोंदिया की ओर 220 बिस्तरों का कोविड डीसीएच केंद्र है। इसी केंद्रों में कोविड मरीजों को निरंतर ऑक्सीजन की पूर्ति हेतु अदानी कंपनी के माध्यम से 13 हजार लीटर का ऑक्सीजन प्लांट निर्माण किया गया है। इस प्लांट के शुरू करने हेतु सांसद प्रफुल पटेल का मुख्य प्रयास रहा।
ऑक्सीजन प्लांट को शुरू करने के पूर्व मुम्बई के विभाग से लाइसेंस लेना अनिवार्य है। ये लाईसेंस इसी दौरान लेना जरूरी था। ऐसे में जीएमसी के डीन डॉ. तिरपुड़े ने अपनी प्रथम प्राथमिकता का परिचय देते हुए अपने खाते से 3 साल के लाइसेंस हेतु फीस 75885 रुपये की अदायगी की।
डॉ. तिरपुड़े ने कहा, शासन ने जब पैसा आएगा तब उसे लेंगे, पर ताजा स्थिति में फीस भरना जरूरी था, जो मैंने किया। लाइसेंस प्राप्त होते ही ऑक्सीजन प्लांट एक-दो दिन प्रारंभ होने की जानकारी दी।