संत गाडगेबाबा स्मृतिदिवस के अवसर संविधान मैत्री संघ-अंनिस का संविधान जनजागर कार्यक्रम सम्पन्न
प्रतिनिधि।
गोंदिया: – “दो बच्चों और सास ससूर का खयाल रखते हुये बहुत ही प्रतिकूल परिस्थितियों में, कई कठिनाइयों का सामना करते हुये पीएसआई के पद पर पहुंचते तक मेरी यात्रा कठिन रही। मेरे पति दिनेश डोंगरे ने दिखाया कि आज एक सफल महिला के पीछे एक आदमी का हाथ है, साथ ही मेरे मामा प्रा. विनोद माने इन्होने मेरा मार्गदर्शन किया और एक मिसाल कायम की, इसीलिए मैं सफलता हासिल कर पायी” उक्ताशय के मनोगत नवनियुक्त पीएसआय प्रियंका मेश्राम ( डोंगरे) इन्होने व्यक्त किये। वह क्रांतिकारी संत गाडगे बाबा स्मृतीदिवस के अवसर पर आयोजित एक जनजागरण कार्यक्रम में बोल रही थी, जो सांईधन मैत्री संघ और अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया गया था। नव नियुक्त पीएसआई प्रियंका मेश्राम (डोंगरे) इन्हे स्थानीय चंद्रशेखर वार्ड के एमजी पैरामेडिकल कॉलेज हॉल में गाडगेबाबा स्मृती दिवस के अवसर पर आयोजित द्वि-मासिक संविधान जागरूकता कार्यक्रम में सांविधान मैत्री संघ की ओर से सम्मानित किया गया।
पहले सत्र में प्रो.डॉ. दिशा गेडाम और प्रा.विनोद माने के संचालन में विभिन्न जन जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. जिसमे वक्तृत्व और काव्य प्रतियोगिताओं, उन लोगों का सत्कार, जिन्होंने समाज में उल्लेखनीय काम किया है। “कर्मयोगी संत गाडगेबाबा की सार्वजनिक सफाई और अंधविश्वास जागरुकता” विषय पर आयोजित वक्तृत्व प्रतियोगिता में चेतना रामटेककर ने प्रथम, पल्लवी चव्हाण और सिमॉन भालाधरे ने क्रमशः दूसरा और तीसरा स्थान जीता। काव्य स्पर्धा में सीनियर कैटेगरी में सुरेंद्र जगने, किशोरकुमार बनसोड, कीरण वासनीक क्रमश: प्रथम द्वितीय तृतीय स्थान हासिल किया. ज्युनियर कैटेगरी मे प्रथम नेहा पेंढारकर, द्वितीय स्नेहा मेश्राम, तृतीय जूही मेश्राम रही. विजेता को नकद पुरस्कार से सम्मानित किया गया। भाग लेनेवालो मे पॉऊल कोटांगले, अंगद भालाधरे, अनामिका सतदेवे, आर्यन बंसोड़, सक्षम लुल, पूनम मच्छीरके, निशा बोरकर, आयुष माने, आदि को प्रोत्साहन पर नकद पुरस्कार दिए गए। उमाताई गजभिये, माणिक गोंडाने और दिनेश डोंगरे इन्होने निर्णायक परीक्षक की भुमिका निभायी।
दूसरे सत्र में, अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति की ओर से, जिला कार्यअध्यक्ष अनिल गोंडाने इनके संचालन में अंधविश्वास पर एक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर उपदेशक डी.टी. कावळे, अमित उके, विनोद बंसोड़ मुख्य रूप से उपस्थित थे।
जनजागरुकता कार्यक्रम मे मुख्य अतिथि के रूप में संविधान मैत्री संघ के संयोजक अतुल सतदेवे ,
समता सैनिक दल प्रचारक महेंद्र कठाणे, सर्वसमाज जयंती समिति के अध्यक्ष पुरुषोत्तम मोदी, वरिष्ठ नागरिक मित्र मंडल के वसंता गवली, विदर्भ बहुउद्देशीय सामाजिक संगठन की सुषमा माने, संविधान मैत्री संघ के संरक्षक दिनेश राउत, लक्ष्मी राउत, लायंदा लाडे, प्रतिमा रामटेके प्रमुखता से उपस्थीत थे.
जिन्होने त्याग, प्रेम और सेवा के माध्यम से समाज में दुख और विपत्ति को दूर करने का प्रयास किया. झाडू को सीधे सामुदायिक प्रांगण में ले जाकर अंधविश्वास पर एक ही प्रहार किया. उन्होंने समाज में स्वच्छता के सूर्य का परिचय दिया, श्रम प्रतिष्ठा में वृद्धि की, स्वास्थ्य का संदेश दिया, नशामुक्ति का बिगुल बजाया। समाज में व्याप्त असमानता, पाखंड, संस्कार, मूल रूप से नष्ट कीए। समानता, प्रेम, भाईचारे और न्याय के लिए अखंड जागृति की , ऐसे महान कर्मयोगी, क्रांतिकारी संत गाडगे बाबा के स्मरण के दिन, सभी गणमान्यो ने मानवंदना दी.