गोंदिया,(01अगस्त)। महाराष्ट्र राज्य में तम्बाकू युक्त गुटखा एवं पान मसाला और सुगंधित तंबाखू को प्रतिबंधित किए जाने के बावजूद गुटखा का कारोबार थमने का नाम नहीं ले रहा है. गोंदिया शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में धड़ल्ले से गुटखे की बिक्री जारी है.
इस नशायुक्त प्रतिबंधित गुटखे, सुंगन्धित तम्बाकू की बिक्री पर रोक के बावजूद गुटखे, खर्रा की बिक्री अब युवाओं को जहर परोसने की खुली दुकान बन चुकी है, जिससे गुटखा खाना और दूसरों को खिलाना अब फैशन बन गया है.
इस मामले पर शिवसेना जिलाप्रमुख मुकेश शिवहरे ने जिला प्रशासन की अकर्मण्यता व लापरवाही पर आवाज उठाई है। उन्होंने आरोप लगाया कि आज हर चौराहे पर खुलेआम गुटखे और तंबाखू के रूप में जहर बेचा जा रहा है वो भी प्रशासन के नाक के नीचे। फिर भी इन्हें ये दिखाई नही दे रहा।
शिवसेना जिलाप्रमुख मुकेश शिवहरे ने कहा, लाखों रुपये का गैर कानूनी धंदा खुलेआम परोसा जा रहा है जिससे युवावर्ग के जीवन के साथ खिलवाड़ हो रहा है। उन्होंने कहा, इतना बड़ा प्रशासकीय सिस्टम होने के बावजूद गुटखे और नशीली तंबाकू की बिक्री होना सीधे प्रशासन पर उंगली उठाती है।
मुकेश शिवहरे ने कहा, नशा इतना बढ़ चुका है कि, इलाके के अधिकांश छोटी-बड़ी किराना दुकान समेत परचून की दुकानों में आसानी से लोगों को तम्बाकू युक्त गुटखा उपलब्ध हो रहा है. पान की दुकानों में भी गुटखे चोरी-छिपे बिक्री हो रहा है। खर्रा तो खुलेआम बिक रहा है।
शिवसेना नेता मुकेश शिवहरे ने प्रशासकीय अमले को चेतावनी देते हुए कहा कि, राज्य में शिवसेना-भाजपा और एनसीपी की सरकार है। सरकार ऐसे गैर और समाजवर्ग के स्वास्थ्य पर बुरा असर डालने वाले नशीले पदार्थों की बिक्री को बर्दाश्त नही करेंगी। प्रशासन स्तर पर तत्काल कार्रवाई शुरू नही की जाती है तो हमें ऐसे अधिकारियों के खिलाफ मोर्चा खोलना पड़ेगा और सरकार को शिकायत करनी पड़ेगी।