संवाददाता।
गोंदिया। गोंदिया डिस्ट्रिक्ट सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक चुनाव में हलचलें तेज़ हो गई है। एनसीपी-भाजपा युति की सहकार पैनल को लेकर भी नाराजगी खुलकर दिखायी दे रही है। यहां गोंदिया से भाजपा के एक किसान नेता को लॉलीपॉप देकर दूसरे अन्य व्यक्ति को उम्मीदवारी देने पर बागी स्थिति निर्माण हो गई है।
दरअसल ये लड़ाई कार्यकर्ता के सम्मान को लेकर देखी जा रही है। चारगाव से विविध कार्यकारी सेवा सहकारी संस्था से जुड़कर पिछले 10-15 सालों से किसान हित में कार्य कर रहे वर्तमान गोंदिया के विधायक विनोद अग्रवाल के खास सर्मथक ओमप्रकाश नागपुरे को युति में जगह न मिलने से उत्पन्न हुई है।
ओमप्रकाश नागपुरे ने विविध कार्यकारी सेवा सहकारी गट गोंदिया तालुका से जीडीसीसी बैंक प्रतिनिधि चुनाव हेतु नामांकन दाखिल किया है। जानकारी के अनुसार उन्होंने इस सीट से लड़ने की पहले ही इच्छा जाहिर कर दी थी, परंतु एनसीपी ने इस सीट से अपनी दावेदारी नहीं छोड़ी और ये सीट युति में अपने खाते में लाने में कामयाब हुई।
इस सीट के एनसीपी के खाते में जाने पर तथा भाजपा कार्यकर्ता ओमप्रकाश नागपुरे को गोंदिया से मौका न मिलने पर वे इसे प्रतिष्ठा की लड़ाई मान बैठें है और बागी तेवर अपनाकर निर्दलीय लड़ने की हुंकार भर दी है।
यहां ये गौरतलब है कि उनकी पत्नी ज्योति नागपुरे चारगाव से सरपंच है और ओमप्रकाश नागपुरे एक मंजे हुए किसान नेता के रूप में प्रख्यात है।
विविध सेवा सहकारी गट गोंदिया तहसील से बैंक प्रतिनिधि चुनाव हेतु कुल 62 वोट है। ओमप्रकाश नागपुरे इस सीट को पाने जीतोड़ प्रयास कर रहे है। उनके जन सम्पर्क अभियान को अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है वहीं अनेक किसान नेता उनके साथ है जो इस चुनाव में सहभागिता दर्शाकर साथ में डटे हुए है।
13 साल बाद होने जा रहा ये बैंक चुनाव किसी बड़े आम चुनाव से कम नहीं आंका जा रहा। वोटों को पाने के लिए सारे हथकंडे अपनाए जा रहे है।