नागपुर शीतकालीन अधिवेशन के दौरान पूर्व मंत्री डॉ. परिणय फुके ने सरकार से की थी बोनस देने की मांग..
नागपुर। (24 फरवरी), पूर्व विदर्भ के भंडारा, गोंदिया, चंद्रपुर, गड़चिरोली एवं नागपूर को देश में धान उत्पादक जिलों के रूप में जाना जाता है। यहाँ खरीफ और रबी सीजन में बड़ी मात्रा में धान की पैदावार होती है। परंतु इस वर्ष बीज, खाद, दवा की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि, मजदूरी खर्च बढ़ने एवं डीजल के दरों में वृद्धि होने से किसानों को फसल में अधिक खर्च उठाना पड़ा। इसके अलावा बाढ़ का सामना करने से भारी आर्थिक संकट से भी गुजरना पड़ा है। ऐसे में इस क्षेत्र के किसानों को राज्य की किसान हितैषी शिंदे/फड़नवीस सरकार से सकारात्मक पहल को लेकर बड़ी उम्मीद थी।
इस मामले पर भंडारा-गोंदिया विधान परिषद क्षेत्र से विधायक डॉ. परिणय फुके ने पूर्व विदर्भ के किसानों को आर्थिक संकट से उभारने इस वर्ष 2022-23 खरीफ सीजन के धान पर बोनस देने की मांग मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे व उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को पत्र देकर की थी एवं सरकार ने किसानों के प्रति सकारात्मक पहल करते हुए नागपुर शीतकालीन अधिवेशन में निर्णायक भूमिका निभाते हुए विधानभवन में धान पर बोनस देने की घोषणा की थीं।
इस घोषणा पर पंजीकृत धान उत्पादक किसानों को प्रति हेक्टेयर 15 हजार रुपये बोनस देने व इसकी मर्यादा 2 हेक्टयर तक रखी गई थी तथा बोनस राशि ऑनलाइन प्रणाली द्वारा किसानों के बैंक खातों में जमा होने की घोषणा की गई थी।
महाराष्ट्र की शिंदे-फडणवीस सरकार ने आर्थिक दुर्बल परिस्थिति से गुजर रहे किसानों को मदद का हाथ देते हुए इस वर्ष खरीफ सीजन 2022-23 हेतु आज 24 फरवरी 2023 को शासन निर्णय क्र. बोनस-2023/प्र क्र06/नापु29 मंत्रालय मुंबई जारी करते हुए दो हेक्टेयर तक (धान बेचा हो या न बेचा हो) को प्रति हेक्टेयर 15 बोनस राशि ऑनलाइन धान उत्पादक किसानों के बैंक खातों में प्रदान करने की निर्णय जारी कर दिया है। जिसकी रकम भी जल्द प्राप्त होंगी।
गोंदिया-भंडारा जिले के पूर्व पालकमंत्री डॉ. परिणय फुके ने सरकार द्वारा किसान के प्रति सकारात्मक पहल कर बोनस देने की वचनपुर्ति पूरी करने पर कहा कि, सरकार के इस किसान हितैषी कदम से पूर्व विदर्भ के धान उत्पादक किसानों को बड़ी राहत मिली है। मैं पूर्व विदर्भ के सभी धान उत्पादक किसानों की ओर से सरकार का कोटि-कोटि आभार व्यक्त करता हूँ।