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प्रतिनिधि। 04 अगस्त
नागपुर। शनिवार को नागपुर स्थित दीक्षा भूमि स्मारक समिति द्वारा संचालित डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर महाविद्यालय के हीरक महोत्सव समारोह में पधारे देश के मुख्य न्यायाधीश भूषण गवई ने अपने संबोधन में महाविद्यालय से जुड़ी कुछ पुरानी यादों को ताज़ा कर उन बातों से सभी को रूबरू कराया।
चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया श्री भूषण गवई ने कहा, डॉ.बाबासाहेब आंबेडकर महाविद्यालय के स्थापना को लेकर समिति के पदाधिकारियों ने काफी संकटों का सामना किया। उन्होंने कहा, पहले इस महाविद्यालय की शुरुआत चार खोली के साथ हुई थी। एक समय ऐसा आया जब महाविद्यालय के शिक्षक व कर्मचारियों को वेतन देने पैसे नहीं थे। तब ऐसे संकट के दौर में पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रफुल पटेल के पिता व उस दौर के उद्योगपति मनोहरभाई पटेल ने मदद का हाथ आगे बढ़ाकर मदद प्रदान की थी।
देश के मुख्य न्यायाधीश श्री गवई ने बताया, जब महाविद्यालय संकट से गुजर रहा था तब दादासाहेब गवई, दादासाहेब कुंभारे व अन्य पदाधिकारीयों ने परेशानी बताकर मदद की मांग की थी। तब मनोहरभाई पटेल ने दोनों को गोंदिया भोजन पर बुलाकर उन्हें मदद प्रदान की थी।
हीरक महोत्सव समारोह कार्यक्रम में मुख्य न्यायाधीश भूषण गवई, मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस, सामाजिक न्याय मंत्री संजय सिरसाट, मुंबई उच्च न्यायालय के वरिष्ठ न्यायमूर्ति चन्द्रशेखर, समिति के अध्यक्ष भदन्त आर्य नागार्जुन सुरेई ससाई, डॉ. कमलताई गवई आदि उपस्थित रहे।