महाराष्ट्र विधानपरिषद चुनाव 2020: नागपुर विभाग पदवीधर मतदार संघ से भाजपा के जोशी, कांग्रेस के वंजारी आमने-सामने..

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महाविकास आघाडी, भाजपा के 58 साल के राज को पलटने एकजुटता से सक्रीय, भाजपा सीट पुनः पाने लगा रही एड़ी चोटी का जोर…

जावेद खान।
गोंदिया। पिछले 50 सालों से अधिक समय तक नागपुर पदवीधर मतदार संघ से भाजपा ने निर्वाचित होकर महाराष्ट्र विधान परिषद में वर्चस्व कायम किया है। इस बार भाजपा के 50 साल के वर्चस्व वाले इतिहास को पलटने महाविकास आघाडी ने कांग्रेस के उच्च शिक्षित, नागपुर विद्यापीठ के 15 साल सीनेटर रहे, शिक्षा क्रांति में अग्रणी, व अधिवक्ता अभिजीत वंजारी को मैदान में उतारा है। गौरतलब है कि अभिजीत वंजारी पूर्व विधायक, शिक्षा महर्षि गोविंदराव वंजारी के पुत्र एवं कांग्रेस के दिग्गज युवा नेता है।

एड. अभिजीत वंजारी, कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस, शिवसेना, पिरीपा (कवाड़े), आरपीआई (गवई) एव सभी मित्र दल महाविकास आघाडी से इस चुनाव में उम्मीदवार है। वहीं भाजपा व मित्र दल के अधिकृत प्रत्याशी के रूप में नागपुर महानगर पालिका के महापौर संदीप जोशी को मैदान में उतारा है।

जोशी और वंजारी में होंगी असली चुनावी भिड़ंत…

भाजपा के संदीप जोशी एवं महाविकास आघाडी के एड. अभिजीत वंजारी के बीच इस बार का चुनाव कांटे का माना जा रहा है। वर्तमान में नागपुर विभाग के पदवीधर मतदार संघ से प्रा. अनिल सोले विधान परिषद सदस्य है। इस बार भाजपा ने उन्हें उम्मीदवार न बनाते हुए संदीप जोशी को मैदान में उतारा है।

6 जिलों में कुल वोटिंग 2 लाख 4 हजार 60…

बता दे कि नागपुर विभागीय मतदार संघ निर्वाचन क्षेत्र में 6 जिलों, नागपुर, भंडारा, गोंदिया, वर्धा, गड़चिरोली व चंद्रपुर का समावेश है। इस मतदाता निर्वाचन क्षेत्र में कुल करीब 2 लाख 4 हजार 60 मतदाता है। जिसमें गोंदिया जिले में करीब 16 हजार 600 व भंडारा जिले में 18 हजार से अधिक वोटर है। इनमें सर्वाधिक वोटर नागपुर में होने की जानकारी है।

पहले की अपेक्षा और ताकत से इस सीट पर इतिहास दोहराएंगे….

भाजपा के जोशी व महाविकास आघाडी के वंजारी दोनों नागपुर से है। दोनों उम्मीदवार के विजयश्री हेतु 6 जिलों में तगड़ा प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। भाजपा ने पूर्व ऊर्जामंत्री चन्द्रशेखर बावनकुले को संदीप जोशी के चुनाव का प्रभारी बनाया है, वहीं भाजपा के सभी जनप्रतिनिधि व नेता प्रचार में जुटकर इस सीट को पुनः पाने का जीतोड़ प्रयास कर रहे है। भाजपा का कहना है कि हमें मतदाताओं ने अपना विश्वास जताकर 50 साल से अधिक का जनप्रतिनिधित्व दिया, इस बार पहले की अपेक्षा और ताकत से इस सीट पर इतिहास दोहराएंगे।

58 सालों में भाजपा ने सदन में पदवीधर का कभी कोई मामला नहीं उठाया..

महाविकास आघाडी की ओर से सभी पक्ष के दिग्गज नेता, जनप्रतिनिधि इस चुनाव में विजयी पाने और भाजपा के काबिज गढ़ को तोड़ने कड़ी मशक्कत कर रहे है। इस चुनाव में पूर्व में कांग्रेस से खड़े हो चुके कांग्रेस के प्रदेश महासचिव एवं ओबीसी महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. बबनराव तायवाड़े साथ-साथ चल रहे है। महाविकास आघाडी का कहना है, जितने साल इस चुनाव के माध्यम से मतदाताओं ने इन्हें दिया, इसमें वे खरा नहीं उतर पाए। भाजपा ने सदन में पदवीधर का कभी कोई मामला नहीं उठाया।

इस चुनाव में जोशी, वंजारी सहित करीब 18-19 उम्मीदवार मैदान में है। अब देखना है कि इस चुनाव में शिक्षित मतदाता किस करवट पर मतदान कर अपना फैसला सुनाता है। ज्ञात हो कि 1 दिसम्बर को वोटिंग एवं 3 दिसम्बर को चुनाव की मतगणना की जाएगी।

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