प्रतिनिधि। 10 दिसंबर
गोंदिया। जिले में मानव अधिकारों के हक के लिए पिछले अनेक वर्षों से कार्य कर रही अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार समिति बोर्ड ने आज 10 दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के अवसर पर सामाजिक दायित्व और कर्तव्यों के साथ अनेक कार्यो को करने का संकल्प लिया।
इस अवसर पर प्रमुख वक्ता के रूप में पत्रकार जावेद (जाहिद) खान, सीनियर अधिवक्ता हेमलता पतेह, वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता धर्मिष्ठा सेंगर, मानवाधिकार संगठन के अध्यक्ष महेंद्र शेंडे, महिला व बालविकास विभाग की अश्विनी मेश्राम आदि प्रमुखता से उपस्थित थे।
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इस अवसर पर प्रमुख वक्ताओं ने अंतराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन की स्थापना, उसके उद्देश्य, कर्तव्य, स्वतंत्रता, बंधुता, सम्मान, शिक्षा, रोजगार, न्याय, मौलिक अधिकार, के साथ ही महिलाओं पर बढ़ते अत्याचार, बाल शोषण, स्वास्थ्य पर जोर दिया।
गोंदिया जिले में मानवाधिकार संगठन के माध्यम से मानवाधिकार के होते हनन की रोकथाम एवं उन्हें न्याय दिलाने हेतु किये जा रहे प्रयासों से संगठन ने अपनी पृष्ठभूमि सभी के समक्ष रखी। उन्होंने जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, मीडिया एवं अन्य सामाजिक संगठनों से प्राप्त सहयोग का जिक्र कर आगामी समय में इसी प्रयास के साथ कार्य करने हेतु हौसला अफजाई की।
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महिला व बाल विकास विभाग के माध्यम से आयी प्रमुख वक्ता ने शून्य से 18 वर्ष की आयु के बच्चों की सुरक्षा को लेकर चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर 1098 की जानकारी के साथ ही बालविवाह की रोकथाम, वही महिला व बाल विकास विभाग द्वारा प्रदान की जाने वाली सरकारी सहायता की जानकारी प्रदान की।
इस अवसर पर अंतरराष्ट्रीय मानव अधिकार समिति बोर्ड, गोंदिया के प्रमुख पदाधिकारियों में महासचिव सुरेश चन्द्रिकापुरे, सहसचिव रविकुमार पतेह, सलाहकार दिनेश आमटे, कार्यकारी अध्यक्ष पंकज सोनकर, संचार अधिकारी अमर वासनिक, यूथ अध्यक्ष भारत माने, यूथ उपाध्यक्ष प्रणय दिवाकर, मीडिया प्रभारी सोनू लुइस, श्रम अधिकारी रमेश गराडे, महिला अध्यक्ष श्रीमती ऊषा आमटे, उपाध्यक्ष श्रीमती वर्षा शेन्डे, महासचिव श्रीमती ओशिन थुम्बे, सहसचिव श्रीमती, रचना मेश्राम, चाइल्ड अधिकारी श्रीमती कांता भागेश्वर, आदि की गरिमामय उपस्थिति रही।
