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सांसद डॉ.प्रशांत पडोले और सुनील फुंडे में कांटे की टक्कर..
हटा प्रतिनिधि। 20 जुलाई
भंडारा। 19 जुलाई को संपन्न हुए गोंदिया जिला बैंक चुनाव के बाद अब नजरें भंडारा जिला बैंक चुनाव पर गढ़ गई है। गोंदिया में एनसीपी, भाजपा शिवसेना की महायुति ने वर्चस्व कायम कर सहकार पैनल के तहत 20 में से 14 संचालक पाकर अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और सचिव के साथ एकतरफा परचम लहराया वहीं राजेन्द्र जैन 13 साल बाद फिर अध्यक्ष पद पर काबिज हुए।
गोंदिया के जीडीसीसी बैंक में महायुति की सत्ता काबिज होने पर, क्या इसका असर भंडारा के बीडीसीसी बैंक चुनाव के नतीज़ों पर पड़ेगा? ये सवाल अब राजनीति हलकों और सहकार क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। आज सांसद प्रफुल पटेल ने भंडारा में एक कार्यक्रम लेकर गोंदिया बैंक के नवागत अध्यक्ष राजेंद्र जैन का दिल खोलकर स्वागत किया और भंडारा बैंक में भी ऐतिहासिक जीत के लिए “सहकार बिना नही उद्धार” का नारा दिया। मतलब साफ है, पटेल चाहते है कि जैसे नाना पटोले के कांग्रेस सहकारियों को गोंदिया में करारी मात दी, उसी तर्ज पर भंडारा बैंक में जीत फतह कर नाना को करारी शिकस्त देंगे।
भंडारा डिस्ट्रिक्ट सेंट्रल को ओपरेटिव बैंक चुनाव में पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले का सहकार क्षेत्र में अच्छा खासा तगड़ा नेटवर्क है। इस बार तो सहकार क्षेत्र के लोकप्रिय दिवंगत नेता यादोराव पडोले के पुत्र एवं भंडारा-गोंदिया लोकसभा क्षेत्र के सांसद डॉ. प्रशांत पडोले खुद चुनाव लड़ रहे है। उनके पिता दिवंगत यादोराव पडोले को विदर्भ के सहकार महर्षि के रूप में जाना जाता है। इन्ही की लोकप्रियता की छवि के चलते उनके पुत्र डॉ. प्रशांत पडोले को लोगो ने सराहा और नया चेहरा होते हुए सांसद निर्वाचीत किया।
भंडारा के बीडीसीसी बैंक चुनाव में परिवर्तन शेतकरी पैनल से सांसद डॉ. प्रशांत पडोले दुग्ध सहकारी संस्था गट से उम्मीदवार है। उनके सामने बैंक के वर्तमान अध्यक्ष सुनील फुंडे सहकार पैनल महायुति से उम्मीदवार है। सांसद पडोले और सभी 21 उम्मीदवारों की परिवर्तन पैनल की जीत के लिए पूर्व कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले, पूर्व सांसद शिशुपाल पटले, पूर्व विधायक अनिल बावनकर, विधायक अभिजीत वंजारी, चरण वाघमारे मैदान में डटे हुए है।
वही सहकार की जीत के लिए सांसद प्रफुल पटेल, पूर्व विधायक राजेन्द्र जैन, विधायक डॉ. परिणय फुके, विधायक राजू कारेमोरे, विधायक नरेंद्र भोंडेकर मैदान में मोर्चा संभाले हुए है।
यहां दुग्ध संघ गट से होने वाली चुनावी लड़ाई में कुल 143 मतदाता मतों के अधिकार का उपयोग कर सांसद पडोले और सुनील फुंडे की जीत हार का फैसला करेंगे। भंडारा बैंक का चुनाव गोंदिया की तुलना में तगड़ा टक्कर का माना जा रहा है। इस बार नाना पटोले बैंक में सत्ता स्थापित करने एडिचोटी का जोर लगा रहे है।
बीडीसीसी बैंक चुनाव में अन्य उम्मीदवारों की लड़ाई में मछलीमार सहकारी गट से महायुति के उम्मीदवार प्रकाश मालगावे की भिंड़त परिवर्तन पैनल के अजय मोहनकर के साथ है। इसी तरह ओबीसी गट से महायुति के उम्मीदवार पूर्व राज्य मंत्री नाना पंचबुद्धे की लड़ाई परिवर्तन पैनल के डॉ. चंद्रकांत निम्बार्ते से होने जा रही है। नागरी सहकारी संस्था गट से सहकार के प्रदीप पडोले की लड़ाई परिवर्तन के उम्मीदवार बालकृष्ण सार्वे से दिलचस्प होने जा रही है।
27 जुलाई को होने जा रहे बीडीसीसी बैंक के 21 संचालक मंडल के चुनाव हेतु मैदान में कुल 46 उम्मीदवार मैदान में है। अब देखना ये दिलचस्प होगा कि सत्ता किस करवट बैठती है।