लाभार्थी किसान से योजना का अनुदान देने के नाम पर मांग रहा था रिश्वत, एन्टी करप्शन ब्यूरो ने रंगे हाथ दबोचा

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पंचायत समिति गोंदिया के पशुधन पर्यवेक्षक अधिकारी पर गंगाझरी थाने में मामला दर्ज
प्रतिनिधि। 25 नवंबर
गोंदिया। लाभार्थी किसान से पंचायत समिति के तहत मराठवाड़ा पैकेज अंतर्गत बकरी पालन योजना के दूसरे चरण के अनुदान रकम की मांग पर रिश्वत मांगने पर एन्टी करप्शन ब्यूरो गोंदिया टीम द्वारा छापा मार कार्रवाई कर पशुधन पर्यवेक्षक अधिकारी को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया।
ये कार्रवाई आज 25 नवम्बर 2021 को गंगाझरी बस स्टॉप के समीप की गई। आरोपी संजय प्रेमलाल सवालाखे उम्र 50 वर्ष ( पंचायत समिति गोंदिया में पशुधन पर्यवेक्षक पशुधन विभाग वर्ग-3) के खिलाफ गंगाझरी पुलिस थाने में धारा 7 भ्रष्टाचार प्रतिबंधित अधिनियम 1988 के तहत मामला दर्ज कराया गया।
विशेष है कि शिकायतकर्ता किसान ने महाराष्ट्र सरकार के मराठवाड़ा पैकेज योजना अंतर्गत बकरीगट वाटप योजना का लाभ मिलने पंचायत समिति गोंदिया में आवेदन किया था। उसे योजना का लाभ मंजूर हुआ। लाभ मिलने पर उसने पशुधन योजना अंतर्गत 20+2 (बकरी-बकरा) कृषि उतपन्न बाजार समिति गोरेगांव में विक्रेता की ओर से खरीदी की। पश्चात उसे पशुधन सवर्धन विभाग पंचायत समिति गोंदिया से प्रथम चरण में योजना की अनुदान रकम 57,350 रुपये प्राप्त हुए।
शिक़ायतकर्ता जब दूसरे चरण की अनुदान रकम मिलने हेतु पंचायत समिति गोंदिया में सवालाखे से पूछताछ करने गया तो, आरोपी पशुधन पर्यवेक्षक अधिकारी संजय सवालाखे ने दूसरे चरण की अनुदान रकम मिलने के एवज में किसान से 10 हजार रुपये की रिश्वत की मांग की। ये रकम शिकायत कर्ता को देने की जरा भी इच्छा न होने पर उसने 23 नवम्बर को भ्रष्टाचार प्रतिबंधक विभाग, गोंदिया में शिकायत दर्ज करायी।
एसीबी ने इस रिश्वत मामले पर उचित जांच करते हुए गंगाझरी बस स्टॉप पर जाल बिछाया, जहां आरोपी को 10 हज़ार रुपये रिश्वत मांगने व जोड़तोड़ कर 8 हजार रुपये पंच के समक्ष स्वीकार करते गिरफ्तार किया।
ये कार्रवाई, एन्टी करप्शन ब्यूरो नागपुर विभाग के पुलिस अधीक्षक राकेश ओला, अपर पुलिस अधीक्षक मिलिंद तोतरे के मार्गदर्शन में एसीबी के पुलिस उपअधीक्षक पुरुषोत्तम अहेरकर, स फ़ौ विजय खोबरागड़े, पोहवा राजेश शेन्द्रे,  नापोशी योगेश ऊइके, रंजीत बिसेन, नितिन रहांगडाले व टीम द्वारा की गई।

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