गोंदिया: गोपलानी के निर्माणाधीन आवास में हुए डबल मर्डर का आरोपी सूरत से गिरफ्तार, 5 तक पुलिस रिमांड में

753 Views

शहर पुलिस, एलसीबी की कार्रवाई, आपसी खुन्नस में दिया हत्या को अंजाम

रिपोर्टर। 03 जुलाई
गोंदिया। पिछले 24-25 जून की रात शहर थाना क्षेत्र के सिंधी कॉलोनी, रावण मैदान परिसर में नवनिर्माणाधीन गोपलानी की इमारत बांधकाम में कार्य करने वाले उत्तर प्रदेश निवासी दो युवकों की साथी मित्र ने आपसी विवाद के चलते निर्मम हत्या कर दी थी, तथा हत्या को अंजाम देकर फरार हो गया था।
इस मामले पर शहर थाना पुलिस व स्थानिक अपराध शाखा पुलिस ने आरोपी को गुजरात के सूरत शहर से पकड़ने में सफलता प्राप्त की है।
गौरतलब है कि 24-25 जून की रात को मृतक निरंजन हरिचरण भारती उम्र 38 निवासी नेवादा, पुलिस स्टेशन वाल्टरगंज, जिला बस्ती, व अमनकुमार नंदलाल भारती उम्र 20 वर्ष निवासी रतनपुरा अर्जुन, से आरोपी बलवान श्रीनेवास राजभर उर्फ रॉय द्वारा आपसी विवाद में खुन्नस रखते हुए मृतकों के सिर लकड़ी के बत्ते से वार कर उनकी हत्या कर फरार हो गया था। इस मामले पर शहर पुलिस थाने में 26 जून 2021 को धारा 302 के तहत हत्या का मामला दर्ज कर जांच पुलिस निरीक्षक महेश बंसोड़े कर रहे थे।
इस दोहरे हत्याकांड पर वरिष्ठ अधिकारियों के आदेश पर शहर थाना पुलिस व लोकल क्राइम ब्रांच की टीम आरोपी की पड़ताल कर रही थी। पड़ताल के दौरान टीम को गोपनीय जानकारी व तकनीकी यंत्रणा से पुख्ता जानकारी मिलने पर पुलिस टीम ने गुजरात के सूरत शहर में दबिश देकर आरोपी बलवान श्रीनेवास राजभर उर्फ रॉय उम्र 36 वर्ष निवासी रतनपुरा अर्जुन, जिला बस्ती उत्तर प्रदेश को पकड़कर उसे हिरासत में लिया।
आरोपी से पूछताछ में उसने हत्या किए जाने का अपराध कबूल किया। आरोपी को 1 जुलाई को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया, जहाँ से उसे 5 जुलाई तक पुलिस रिमांड में लिया गया है।
इस कार्रवाई को पुलिस अधीक्षक विश्व पानसरे, अपर पुलिस अधीक्षक अशोक बनकर, एसडीपीओ जगदीश पांडे के मार्गदर्शन में शहर थाना निरीक्षक महेश बंसोड़े, लोकल क्राइम ब्रांच के पुलिस निरीक्षक बबन आव्हाड, शहर थाने के एपीआई भुजबळ, एपीआई सागर पाटील, एपीआई संतोष सपाटे, पुलिस कर्मी घनश्याम थेर, सुबोध बिसेन, ओमेश्वर मेश्राम, जागेश्वर ऊइके, संतोस बोपचे, प्रमोद चौहान, योगेश बिसेन, सतीश शेंडे, दीपक रहांगडाले, संतोष भेंडॉरकर, छगन विट्ठले, विकास वेदक, एलसीबी टीम के एपीआई विजय शिंदे, पुलिस कर्मी लिलेंद्र बैस, राजेन्द्र मिश्रा, महेश मेहर, विजय मानकर, सायबर सेल के दीक्षित दमाहे, प्रभाकर पालान्दूरकर, धनजंय शेंडे, संजय मारवाड़े, विनोद बरैया, मोहन शेंडे आदि का सहयोग रहा।

Related posts