गोंदिया के बिरसी हवाई अड्डे को- भारत के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के जनक “वीर राजे चिमना बहादुर एअरपोर्ट” के नाम से नामकरण किया जाएं

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गोंदिया। मराठा साम्राज्य पर अंग्रेजों द्वारा 1817 में अधिकार प्रस्थापित किया गया! पुणे के पेशवा बाजीराव द्वितीय, नागपुर के राजा आप्पासाहेब भोंसले एवं सुविख्यात कामठा(बिरसी- कामठा) परगना के जमीनदार वीर राजे चिमना बहादुर ने स्वतंत्रता संग्राम की एक योजना बनाई! यह स्वतंत्रता संग्राम 1818 में चिमना बहादुर एवं आप्पासाहेब भोंसले के नेतृत्व में लड़ा गया और यह भारत का प्रथम स्वतंत्रता संग्राम है!

यह प्रथम स्वतंत्रता संग्राम पचमढ़ी परिसर में आप्पासाहेब भोंसले एवं वैनगंगा के आंचल (वर्तमान सिवनी, बालाघाट, गोंदिया एवं भंडारा जिला) में वीर राजे चिमना बहादुर के शौर्यशाली नेतृत्व में लड़ा गया!

वीर राजे चिमना बहादुर का शौर्यशाली इतिहास, ग्रंथ रुप मे 18 जून 2018 को प्रकाशित हुआ है! दो सौ पृष्ठों का यह ग्रंथ भारत सरकार (Government of India) द्वारा मान्यता प्राप्त है!

मराठों द्वारा लड़ा गया यह युद्ध भारत वर्ष का प्रथम स्वतंत्रता संग्राम है! यह स्वतंत्रता संग्राम वर्तमान महाराष्ट्र एवं मध्यप्रदेश में लड़ा गया! इसी स्वतंत्रता संग्राम से झांसी की रानी लक्ष्मीबाई, तात्या टोपे आदि असंख्य क्रांतिकारीयों ने प्रेरित होकर 1857 का स्वातंत्र्य संग्राम लड़ा था!

चिमना बहादुर यह सही मायने में ” वैनगंगा वीर “है एवं उनपर समस्त भारतीयों को गर्व है! वीर राजे चिमना बहादुर की राजधानी “कामठा” के समीप ही “बिरसी हवाई अड्डा” हैं! अत : इस हवाई अड्डे का नामकरण “वीर राजे चिमना बहादुर एअरपोर्ट” किया जाएं! हमें पूर्ण विश्वास हैं कि समस्त जनप्रतिनिधियों, संबंधित प्रशासनिक अधिकारियों , विमान प्राधिकरण समिति के आदरणीय सदस्य एवं भारत सरकार द्वारा ” वीर राजे चिमना बहादुर के ऐतिहासिक बलिदान का सम्मान किया जायेगा!

♦निवेदक ♦
🕉इतिहासकार प्राचार्य ओ. सी. पटले
🌈 लेखक- Historical Research On The Late Medieval Kamtha Pargana “VEER RAJE Chimna BAHAADUR “(1751-1818).
🔴 बुध.09/02/2021.
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