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प्रतिनिधि।
गोंदिया। बालाघाट-सिवनी से भाजपा के पूर्व सांसद ढालसिंह बिसेन ने केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को पत्र लिखकर रीवा से जबलपुर होते हुए नैनपुर, बालघाट, गोंदिया होते हुए पुणे को चलने वाली नई ट्रैन की घोषणा करने से इस ट्रेन को सिवनी, छिंदवाड़ा नागपुर होते हुए चलाने की मांग कर बालाघाट और गोंदिया वालों की खुशियों को सांसत में डाल दिया है।
सिवनी-बालाघाट की वर्तमान भाजपा सांसद भारती पारधी के अनुरोध पर रेल मंत्रालय ने रीवा से जबलपुर, नैनपुर, बालाघाट, गोंदिया होते हुए पुणे के लिए नई ट्रेन की सौगात दी है। अब इस ट्रेन को नैनपुर, सिवनी, छिंदवाड़ा नागपुर होते हुए चलाने की मांग कर नया पेंच फंस गया है।

दरअसल पूर्व सांसद ने रेलमंत्री को लिखे पत्र में इस ट्रेन के परिचालन के निर्देश पर धन्यवाद प्रकट करते हुए लिखा है कि इस ट्रेन को साप्ताहिक की जगह प्रतिदिन चलायी जाए। साथ ही ये भी आग्रह किया कि सप्ताह में 3-4 दिन रीवा से जबलपुर-नैनपुर-बालाघाट-गोंदिया से नागपुर होकर पुणे तथा शेष 3-4 दिनों में रीवा से जबलपुर-नैनपुर-सिवनी-छिंदवाड़ा-नागपुर होकर पुणे चलाया जाए।

पूर्व सांसद ढालसिंह बिसेन ने आगे लिखा कि,
बालाघाट संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत सिवनी जिले में सिवनी-छिंदवाड़ा जिले की सीमा पर “पेंच नेशनल पार्क” तथा बालाघाट जिले में बालाघाट-मण्डला जिले की सीमा पर “कान्हा नेशनल पार्क” है। इस क्षेत्र से कोई लंबी दूरी की रेल सेवाएं न होने से पर्यटकों को काफी असुविधाएं होती है।
छिंदवाड़ा प्रमुख व्यसायिक शहर है एवं यहां पर कोयला खदान है जहां देश के कई हिस्सो के लोग निवास करते हैं।
उन्होंने पत्र में ये भी दर्शाया की, वर्तमान में गोंदिया से पुणे के बीच आधा दर्जन से अधिक सवारी गाड़िया चलाई जा रही है और अभी इस रूट पर बहुत अधिक कन्जेेशन रहता है।
उन्होंने आगे लिखा- वर्तमान में नैनपुर से सिवनी, छिंदवाड़ा, नागपुर रूट जो नया बना है इस रूट पर ज्यादा सवारी गाड़ियां नही चल रही है और ट्रैक खाली ही रहता है। यदि इस नवीन रीवा पुणे एक्सप्रेस को रीवा से जबलपुर, नैनपुर, सिवनी, छिंदवाड़ा, नागपुर होकर पुणे के लिए चलाया जाता है तो इससे सिवनी, छिंदवाड़ा जिले का सीधा संपर्क अन्य महानगरों से होगा एवं पेंच आने वाले पर्यटकों को इसका लाभ मिलेगा।
अंत में पूर्व सांसद ने रेलमंत्री से यह भी आग्रह किया कि इस ट्रेन का प्रतिदिन संचालन न हो पाने की स्थिति में सप्ताह में 2 फेरे किये जाकर 1 फेरा रीवा से जबलपुर-नैनपुर-बालाघाट-गोंदिया-नागपुर के रास्ते एवं 1 फेरा रीवा से जबलपुर-नैनपुर-सिवनी-छिंदवाड़ा-नागपुर के रास्ते पुणे के लिए चलाया जाये।
अब देखना ये होगा कि रेलमंत्री भाजपा के पूर्व सांसद ढालसिंह बिसेन के इस पत्र पर क्या रुख अपनाते है। ट्रैन का परिचालन प्रतिदिन होता है या फिर सप्ताह में 1 दिन इधर और 1 दिन उधर होता है ये देखना बाकी है।
फिलहाल जबलपुर-बालाघाट-गोंदिया रेल रूट पर चलने वाली ट्रेनों की लेटलतीफी से रेलयात्रियों में भारी गुस्सा है। यात्रियों की मांग है कि जो चल रही है उसे ही समय पर चलाकर यात्रियों का समाधान करें।